आसमान से आफत बरसने को तैयार: देश के 15 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने दी चेतावनी

लोग सतर्क रहें, नदियों और पहाड़ी क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह
नई दिल्ली। देशभर में मानसून की तेज दस्तक ने मौसम का मिजाज बदल दिया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने देश के 15 राज्यों में भारी से अति भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने साफ कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियता के चलते आने वाले कुछ दिनों तक देश के कई हिस्सों में तेज हवाएं, गरज-चमक और मूसलधार बारिश हो सकती है। इससे जनजीवन प्रभावित होने की आशंका है, और लोगों को सतर्क रहने की अपील की गई है।
किन राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी?
IMD के अनुसार, दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा और महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में कहीं-कहीं भारी तो कहीं अति भारी वर्षा हो सकती है। वहीं पूर्वोत्तर भारत के असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश में भी जलप्रलय जैसे हालात बनने की संभावना जताई गई है।
उत्तर भारत के उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में 50 से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा मध्य भारत के मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में भी भारी बारिश के साथ बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। गुजरात के कुछ हिस्सों में मानसून के दस्तक देने की संभावना है और मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।
मानसून की वर्तमान स्थिति
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम मानसून इस समय कर्नाटक, केरल और कोंकण-गोवा में पूरी तरह सक्रिय है। 16 जून के बाद यह गुजरात, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और ओडिशा की ओर बढ़ेगा। अगले 72 घंटों के भीतर मानसून बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी पहुंच जाएगा।
कहां-कैसा असर?
- केरल और कर्नाटक में 20 सेमी से ज्यादा बारिश की संभावना, जिससे भूस्खलन और बाढ़ का खतरा।
- मुंबई समेत महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में 15-18 जून तक तेज बारिश और जलभराव की चेतावनी।
- मणिपुर में पहले ही बाढ़ से 1.64 लाख लोग प्रभावित, मिजोरम में भूस्खलन की घटनाएं बढ़ीं।
- दिल्ली-NCR में 18 जून तक हल्की से मध्यम बारिश, येलो अलर्ट जारी।
IMD की सावधानियाँ और सलाह
- नदियों, नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहें।
- बिजली गिरने से बचाव के लिए सुरक्षित स्थान पर रहें, खुले मैदानों में न जाएं।
- भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में अलर्ट रहें।
- समुद्र तटों पर विशेष रूप से केरल, कर्नाटक और गोवा में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह।
- स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियां राहत-बचाव कार्यों के लिए अलर्ट पर रहें।
विशेषज्ञों की राय
IMD प्रमुख डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने कहा, “मानसून की सक्रियता के चलते देश के कई हिस्सों में अत्यधिक वर्षा के हालात बन सकते हैं। लोगों को समय-समय पर मौसम अपडेट पर नजर रखनी चाहिए और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना चाहिए।”
देश के कई हिस्सों में अगले कुछ दिन बारिश के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील हो सकते हैं। IMD की चेतावनी को हल्के में न लें, सतर्क रहें और सुरक्षा के सभी उपाय करें।
आपात स्थिति में NDRF, स्थानीय पुलिस और आपदा राहत टीम से संपर्क करें।



