विकास से जुड़ी परियोजनाओं के काम में तेजी लाने के लिए दिल्ली सरकार ने लिया ये अहम फैसला
नई दिल्ली। कोरोना काल में दिल्ली के विकास से जुड़ी परियोजनाओं (Delhi development Projects) में अब तेजी आने की उम्मीद है। आर्थिक तंगी के बावजूद दिल्ली सरकार ने निर्माणाधीन परियोजनाओं के लिए 963 करोड़ की राशि जारी कर दी है। इससे दिल्ली में ढांचागत विकास की निर्माणाधीन परियोजनाओं के काम में फिर तेजी आएगी। दिल्ली सरकार के सूत्र बताते हैं कि इस संबंध में दिल्ली कैबिनेट में लिए गए फैसले में सरकार ने कहा है कि पैसे की कमी जरूर है, लेकिन दिल्ली का विकास नहीं रुकने दिया जाएगा।
कोरोना के चलते विकास से जुड़ीं विभिन्न परियोजनाओं पर पिछले अप्रैल से काम ठप था। इसका कारण सरकार से परियोजनाओं के लिए पैसा जारी नहीं होना था। कोरोना के चलते आर्थिक तंगी का सामना करने पर दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को छोड़कर अन्य सभी खर्चों पर रोक लगा दी गई थी, जिससे लोक निर्माण विभाग की भी कई परियोजनाएं लगभग ठप हो गई थीं।
अब दिल्ली सरकार के कैबिनेट ने फैसला लेकर लोक निर्माण विभाग की निर्माणाधीन परियोजनाओं के लिए 679.42 करोड़ और सड़कों की मरम्मत आदि के लिए 283.64 करोड़ की राशि जारी कर दी है।
इस साल नवंबर तक दिल्ली सरकार को केवल 11,451 करोड़ राजस्व
बता दें कि पिछले वित्त वर्ष में नवम्बर तक दिल्ली सरकार को 16,636 करोड़ का राजस्व मिला था, जबकि इस चालू वित्त वर्ष में नवम्बर तक 11,451 करोड़ ही मिले हैं। यानी पिछले साल की तुलना में अभी 5,185 करोड़ कम राजस्व मिला है। पैसा नहीं होने से सरकार की तमाम विकास की योजनाएं रुक गई थीं और नई योजनाएं ठंडे बस्ते में चली गई थीं।
रुका हुआ था इन परियोजनाओं का काम
जिन परियोजनाओं का काम रुका हुआ था उनमें सिग्नल फ्री मथुरा रोड, भैरों मार्ग टी-प्वाइंट जंक्शन को सिग्नल फ्री करने का काम, प्रगति मैदान सुरंग सड़क, बारापुला फेज-तीन एलिवेटेड कॉरिडोर, बारापुला फेज तीन एलिवेटेड कॉरिडोर योजना, सड़कों को री-डिजाइन करने की योजना, स्कूलों में कमरे बनाने के काम के अलावा राजपुर रोड स्थित अरुणा आसफ अली अस्पताल, मोतीनगर का आर्चाय भिक्षु अस्पताल, भगवान महावीर अस्पताल पीतमपुरा, दीपचंद अस्पताल कोकीवाला अशोक विहार, जाफरपुर का रावतुलाराम मेमोरियल अस्पताल,संजय गांधी अस्पताल मंगोलपुरी, बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल-रोहिणी आदि शामिल हैं।