✍️खरसिया।खरसिया नगरपालिका में वर्षों से गुटीय राजनीति का दबदबा रहा है। इस राजनीतिक रस्साकशी ने न केवल स्थानीय विकास को बाधित किया है,बल्कि जनता में भी असंतोष पैदा किया है। हालाँकि,अब धर्म नगरी में परिस्थितियाँ बदलती दिख रही हैं। स्थानीय रहवासियों की मांग है कि राजनीतिक दल ऐसे उम्मीदवार को मैदान में उतारें जिसकी छवि साफ-सुथरी हो और जो जनता के हित में काम कर सके।
राजनैतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि राजनीतिक दल इस बदलते जनमत को समझकर स्वच्छ छवि वाले और योग्य उम्मीदवार को टिकट देते हैं,तो यह न केवल नगर पालिका के विकास को नई दिशा देगा, बल्कि दलों की छवि को भी मजबूत करेगा।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हमने गुटीय राजनीति का बहुत नुकसान देखा है। अब हमें ऐसा प्रतिनिधि चाहिए जो राजनीति से ऊपर उठकर हमारे विकास के लिए काम करे।”
राजनीतिक दलों के लिए यह चुनावी दौर एक महत्वपूर्ण मौका हो सकता है, जहाँ वे जनता के भरोसे को जीत सकते हैं। क्या वे इस अवसर का लाभ उठा पाएंगे या फिर वर्षों से चली आ रही गुटीय राजनीति का सिलसिला जारी रहेगा,यह आने वाले समय ही बताएगा।