जिले में स्थाई फटाखा भंडारण व विक्रय लाइसेंस केवल एक,खरसिया में सबसे ज्यादा अवैध परिवहन और भंडारण…???
रायगढ़। यूं तों स्टेशन रोड़ के फटाके के बड़े व्यापारी,बागों नहर किनारे बड़े गोदाम, मौहापाली आस-पास के रिहायशी क्षेत्र के बड़े अवैध कारोबारियों द्वारा बारूद के अवैध कारोबार में लिप्त देखा जा सकता है परन्तु दीपावली नजदीक आते ही अवैध कारोबारी में अधिक सक्रिय हो जाते हैं। बिना लाइसेंस के ही हजारों किलो फटाखें भंडारित कर विक्रय करना शुरू हो गया है। सूत्रों के जानकारी के मुताबिक जिले में स्थाई भंडारण के लिए केवल एक ही लाइसेंस है। दूसरे तहसीलों में तो किसी ने अनुमति ही नहीं ली लेकिन भंडारण जारी है।
कई जगहों पर पटाखों के गोदामों में विस्फोट होने से कई लोग इसका शिकार हो जाते हैं। सुरक्षा के सही उपाय किए बिना ही कारोबार करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। दीपावली के ठीक पहले से फटाखों का भंडारण प्रारंभ हो चुका है। रायगढ़ जिले में फटाखा भंडारण और विक्रय का काम करने वालों की सूची देखने पर पता चलता है कि कई लोगों को केवल खुदरा विक्रय की अनुमति है। स्थाई भंडारण लाइसेंस तो केवल एक के ही पास है। इसके अलावा जिले में जितने भी कारोबारी भंडारण कर रहे हैं,उसकी अनुमति ही नहीं है।
रायगढ़ के व्यापारी के पास पटाखा भंडारण लाइसेंस है। इनको केवल दीपावली के पूर्व गोदाम में फटाखा भंडारण एवं विक्रय की अनुमति दी गई है। मतलब जहां रखेंगे,वहीं से बेचेंगे। हैरानी की बात यह है कि रायगढ़ तहसील के अलावा अन्य कहीं भी फटाखे भंडारण की कोई अनुमति नहीं ली गई है। इसके बिना ही काम हो रहा है। खरसिया में तो बेरोकटोक हजारों किलो फटाखे भंडारित किए जाते हैं। वर्तमान में खरसिया फटाके का अवैध कारोबार जिले से भी बड़ा बाजार बना चुके हैं। हाल ही में विस्फोटक लाइसेंस को लेकर जो समीक्षा बैठक हुई थी उसमें स्थाई फटाखा लाइसेंसियों की जानकारी भी प्रस्तुत की गई थी। इसमें वैध लाइसेंस तो केवल रायगढ़ के एक व्यापारी का ही मिला।
जानकार बताते हैं अलग-अलग लगता हैं-लाइसेंस
स्थाई फटाखा भंडारण के लिए अलग लाइसेंस लगता है। विक्रय लाइसेंस अलग होता है।
कुछ कारोबारी भंडारण स्थल के अलावा रिहायशी जगहों से विक्रय करते हैं। बिना अनुमति के अवैध फटाखे भंडारण हो रहे हैं। क्षेत्र में जिनके के पास लाइसेंस ही नहीं है। कई अवैध कारोबारी ऐसे हैं, जिनको लाइसेंस मिला ही नहीं है, लेकिन फटाखे भंडारित करने से लेकर विक्रय करने तक बेधडक़ काम कर रहे हैं।लगता है शासन-प्रशासन का अवैध कारोबारियों को …