खरसिया।प्रभारी प्रिंसिपल कार्यालयीन कार्यो, साथीयों के प्रताड़ना से तंग आ चुके शिक्षक विभाग के स्पष्टीकरण नोटिस मिलने से डिप्रेशन में हुए बीमार,उपचार के दौरान हुआ मृत्यु। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना खरसिया क्षेत्र के सोनबरसा स्कूल का बताया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार सोनबरसा से एक दिल को दहला देने वाली खबर आ रही है, जहां विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य अपने साथी और विभाग की प्रताड़ना से तंग आकर डिप्रेशन में आकर हाॅस्पिटल में उपचार के दौरान मृत्यु होने की आ रही मीडिया जानकारी।
सूत्रो से मिली जानकारी अनुसार प्रभारी प्रिंसिपल को साथी स्टाफ ने कलेक्टर से शिकायत कर हटाने की धमकी दे बार-बार अपमानित किया जाते रहा है,उसे तरह-तरह से प्रताड़ित किया गया था,जिससे आहत हो डिप्रेशन में बीमार पड़ गया।
विद्यालय का निरीक्षण
इसी बीच जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ के कारण बताओ नोटिस विकासखंड शिक्षा अधिकारी,खरसिया के पत्र क्रमांक 777 दिनांक 19.07.2024विषयांतर्गत लेख है कि विकासखंड शिक्षा अधिकारी,खरसिया के द्वारा उपलब्ध कराये गये प्रतिवेदन एवं उपस्थिति पंजी के अनुसार आप शाला में निर्धारित समय में उपस्थित नहीं हैं। कलेक्टर महोदय के निर्देशानुसार निर्धारित समय में शाला में उपस्थित होकर उपस्थिति पंजी की छाया प्रति विकासखंड कार्यालय को उपलब्ध कराया जाना है।साथ ही साथ आपके शाला निरीक्षण के दौरान विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा 07 बिन्दुओं में कमियों का उल्लेख कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है ।एवं 07 बिन्दुओं में पायी गई कमियों के संबंध में अपना स्पष्टीकरण अधोहस्ताक्षरकर्ता के समक्ष दिनांक 23.07.2024 को शाम 05.00 बजे उपस्थित होकर प्रस्तुत करें निर्धारित समय में स्पष्टीकरण प्राप्त न होने या स्पष्टीकरण संतोष जनक न होने की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्यवाही हेतु अग्रसर किया जावेगा जिसके सम्पूर्ण जवाबदारी आप की होगी।
प्राचार्यो को स्कूल के शिक्षा व्यवस्था के अलावा अन्य कार्यों में इतना व्यस्त रखा जा रहा है कि अपने विद्यालय के शिक्षा व्यवस्था सुधार करें या विभागीय मिले दायित्वों का निर्वहन करें बहुत अधिक मानसिक तनाव दबाव में रह रहे हैं हम,ऑफ कैमरा दबी ज़ुबान क्षेत्र के अधिकांश प्राचार्य द्वारा ऐसा कहा जा रहा है।
हमने सोनबरसा में पदस्थ मृतक शिक्षक के साथियों से सम्पर्क करने की कोशिश किया ताकि उनका पक्ष रख सकें लेकिन सफलता नहीं मिला।
वहीं विद्यालय के अन्य स्टाप ने क्यों बार-बार अपमानित प्रताड़ित किया ?यह विभागीय जांच पड़ताल का विषय है।दो नन्हे मासूम बेटियों के सर से पिता साया असमय उठ जाना बहुत ही दुखद घटना है।




