प्रवीण चतुर्वेदी @खरसिया। क्लब क्लस्टर अंतर्गत आने वाले कोंडतराई, डोंगीतराई और कछार संकुलों के सभी प्राथमिक, माध्यमिक और हायर सेकेंडरी विद्यालयों में उच्चाधिकारियों के निर्देशानुसार आयोजित समर कैंप में स्कूली बच्चों ने चतुर्थ दिवस की गतिविधियों में भाग लिया।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुरूप और स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार पूरे राज्य के स्कूलों में 20 से 30 मई तक समर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। इसी तारतम्य में जिले के उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में क्लब क्लस्टर अंतर्गत आने वाले संकुल केंद्र कोंडतराई के प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शाला कोंडतराई, प्राथमिक और माध्यमिक शाला कुशवाबहरी, प्राथमिक और माध्यमिक शाला परसदा, प्राथमिक शाला गढकुर्री, केराझर और नवीन परसदा, संकुल केंद्र डोंगीतराई के प्राथमिक शाला हरिहरपुर, प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शाला डोंगीतराई, प्राथमिक और माध्यमिक शाला पंडरीपानी, प्राथमिक और माध्यमिक शाला डोंगाढकेल, प्राथमिक शाला परसाडीपा, प्राथमिक शाला मुरालीपाली और संकुल केंद्र कछार के प्राथमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शाला कछार, प्राथमिक और माध्यमिक शाला चारभाठा, प्राथमिक और माध्यमिक शाला देवरी, प्राथमिक शाला हरदीझरिया, प्राथमिक शाला लेबड़ा आदि स्कूलों में 20 मई से समर कैंप का आयोजन अनवरत जारी है। बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए तीनों संकुल प्राचार्य क्रमशः एस आर भगत, आर एन सिंह और पी सी बधेल, तीनों शैक्षिक समन्वयकों जनेश्वर खरे, वीरेंद्र कुमार चौहान, शशि कुमार डनसेना सहित सभी विद्यालयों के प्रधान पाठकों, शिक्षकों के द्वारा पहले दिन से ही जिला कार्यालय द्वारा प्राप्त कैलेंडर अनुसार गतिविधियां कराई जा रही हैं और इसी कड़ी में समर कैंप के चतुर्थ दिवस 24 मई को भी विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया गया। जिसमें गणितीय गतिविधियों के तहत 1 से 20 तक पहाड़ा पढ़ना, वर्ग और घन ज्ञान के अलावा शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोंडतराई सहित अनेक विद्यालयों के बच्चों को निकट के स्वास्थ्य केंद्र का भी भ्रमण कराया गया। 30 मई तक चलने वाले समर कैंप में विद्यालय में अध्ययनरत पहली से दसवीं कक्षा के बच्चे सम्मिलित होकर के सतत विकास की प्रक्रिया में सहभागी बनकर लाभ ले रहे हैं।
समर कैंप में तीनों संकुल केंद्र कोंडतराई, डोंगीतराई और कछार के अंतर्गत आने वाले सभी विद्यालयों में बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे, पालकगण और समिति के सदस्यगण प्रतिदिन भाग ले रहे रहे हैं।