बीएसएफ स्थापना दिवस: पांच साल में गृह मंत्री ने नहीं ली सलामी, 2015 में राजनाथ सिंह बने थे मुख्य अतिथि
बीएसएफ के 56वें स्थापना दिवस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को परेड की सलामी लेने के लिए पहुंचना था लेकिन अंतिम क्षणों में कार्यक्रम बदल गया। केंद्रीय गृह मंत्रालय में राज्यमंत्री नित्यानंद राय को शाह की जगह पर बतौर मुख्य अतिथि बनाकर छावला कैंप भेजा गया।
खास बात है कि पिछले साल के स्थापना दिवस पर भी ऐसा ही हुआ था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मिनट टू मिनट कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई लेकिन परेड शुरू होने से कुछ घंटे पहले उनका कार्यक्रम बदल गया। उस वक्त भी गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय को परेड की सलामी लेने की जिम्मेदारी सौंपी गई। पांच साल का रिकॉर्ड देखें तो गृह मंत्री, बीएसएफ के स्थापना दिवस पर परेड की सलामी नहीं ले सके।
तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह 2015 में बीएसएफ के स्थापना दिवस पर पहुंचे थे। उस वक्त डीजी देवेंद्र कुमार पाठक बल की कमान संभाल रहे थे। साल 2016 में तत्कालीन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज गंगाराम अहीर ने बीएसएफ के स्थापना दिवस पर आयोजित हुई परेड की सलामी ली थी।
उससे अगले वर्ष यानि कि 2017 में उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने बतौर मुख्य अतिथि बीएसएफ स्थापना दिवस परेड की शोभा बढ़ाई थी। तत्कालीन केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू 2018 के स्थापना दिवस की परेड में पहुंचे थे। पिछले साल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बीएसएफ की स्थापना दिवस परेड में पहुंचना था, लेकिन अंतिम क्षणों में उनका कार्यक्रम बदल गया।
इसके पीछे विधानसभा चुनाव की बैठक को वजह बताया गया था। हालांकि उस वक्त गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली में ही मौजूद थे। सूत्रों का कहना है कि इस बार सोमवार रात तक शाह के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं हुआ था। मंगलवार सुबह अचानक उनका कार्यक्रम बदल गया।
बीएसएफ के अधिकारियों का कहना था कि अब गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय को बुलाया गया है। इस कारण परेड शुरू होने का समय करीब एक घंटा आगे बढ़ाना पड़ा। केंद्रीय गृहमंत्री के बीएसएफ परेड में न पहुंचने के पीछे दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को एक प्रमुख वजह बताया गया है। सुबह से ही राष्ट्रीय राजधानी में केंद्रीय मंत्रियों की बैठकों के दौर चल रहे हैं।