मांड नदी के जल खरसिया नगर को सप्लाई हो रहा है,नगर के रहवासी गंदा पानी से कैसे होगा गुजारा, उपचार के कोई उपाय नहीं…
साजिश पूर्ण तरीके से, विरोध के बावजूद जनसुनवाई पूरी करा लिया जाएगा ताकी उसे विस्तार की अनुमति दी जा सके।
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रायगढ़ जिला के लोग ये अच्छी तरह जानते है कि सुनवाई का यह नाटक खरसिया क्षेत्र के लोगो को बेवकूफ बनाने और सरकारी खाना पूर्ति के लिए ही किया जा रहा है।
यदि ईमानदारी से कार्यवाही की जाती तो कभी भी एनएच 49,रामवनपथ गमन में औद्योगिकरण का और विस्तार नही किया जाता इन जन सुनवाईयों की जो रिपोर्ट तैयार की जाती है वह उद्योगपति के मन मुताबिक तय होती है इसके लिए बकायदा सरकारी अमले से लेकर पंच,सरपंच ,सचिव,जिम्मेदार जनता के नुमाइंदों को क्या किया जाता है किसी से छिपा नहीं है।
उनसे वह सब कराया जाता है जो प्लांट के विस्तार के लिए जरूरी होता है विरोध करने वालो की न तो दलील सुनी जाती है और नही उनकी आपत्तियो को प्रस्तुत की जाने वाली रिपोर्टों में शामिल किया जाता है सुनवाई का पूरा एजेंडा पहले से तय और निर्धारित रहता है ।
दिखावे के लिए और विरोध की भड़ास निकालने के लिए पर्यावरण वादियों को मौका देना पीठासीन अधिकारी की मजबूरी रहती है ताकि सुनवाई को प्रजातांत्रिक और लोकतांत्रिक बताया और दिखाया जा सकें यही सब 23तारीख की सुनवाई में देखने सुनने को आपको मिल ही जाएगा…
समय रहते होने वाले नुकसानों के लिए रहे तैयार औद्योगिकरण के कई नुकसान है तो वहीं रोजगार भी उपलब्ध होगा लेकिन केवल जनसुनवाई तक फिर शुरू हो जाएगा अन्य प्रदेशों के कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने का गंदा खेल जैसे आस-पास के औद्योगिक घरानों द्वारा किए जा रहे…