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शिवसेना का वार, सामना में लिखा- लव जिहाद की जड़ PAK में, कमर तोड़नी है तो लो एक्शन

देश के कई राज्यों में लव जिहाद को लेकर चर्चा जारी है और इसपर कानून बनाने की बात की जा रही है. इसी मसले पर शिवसेना ने अब भारतीय जनता पार्टी पर टिप्पणी की है. मंगलवार को शिवसेना मुखपत्र सामना में लव जिहाद पर लेख लिखा गया, जिसमें कहा गया है कि चीन की घुसपैठ, कोरोना, आर्थिक मंदी समेत अन्य मसलों को छोड़कर बीजेपी नेताओं की ओर से लव जिहाद पर कानून बनाने की मांग की जा रही है.

सामना में लिखा गया कि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्षा ने मुंबई आकर राज्यपाल से मुलाकात की और लव जिहाद का जिक्र किया. लेकिन भाजपा ने ‘लव जिहाद’ की जो व्याख्या तैयार की है, उसके अनुसार महाराष्ट्र में ऐसे मामले कब और कितने हुए हैं, उसे सामने लाओ. लेकिन बिना कारण गड़े मुर्दे उखाड़कर राज्य का सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास मत करो. सामना में बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा गया कि भाजपा को हिंदुत्व की लौ लगी है, लव जिहाद उनका नया हथियार है. पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद ये हथियार भंगार में चले जाएंगे, लव जिहाद का मामला कहीं शुरू होगा तो वो पाकिस्तान और बांग्लादेश है. पाकिस्तान के हिंदू समाज की महिलाएं और लड़कियां अत्यंत असुरक्षित तरीके से जीवन-यापन कर रही हैं.

सामना के लेख में कहा गया है कि लव जिहाद की जड़ पाकिस्तान में है और अब जड़ को उखाड़े बिना कोई विकल्प नहीं है, यह समझ लेना आवश्यक है. ‘लव जिहाद’ की कमर तोड़नी हो तो उसकी जड़ मतलब पाकिस्तान पर हमला करो. मतलब हिंदुस्तान के हर राज्य में इसको लेकर आंदोलन और कानून आदि बनाने की नौबत नहीं आएगी. अब उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और हरियाणा जैसे भाजपा शासित राज्यों में लव जिहाद के विरोध में कानून बनाने की हलचल शुरू है.

हिंदुत्व के मसले पर सामना में लिखा गया कि शिवसेना का हिंदुत्ववाद कायम है लेकिन हमारा हिंदुत्व मतलब खोमेनी छाप धार्मिक उन्माद और उस पर तैरती राजनीति नहीं है. लव जिहाद मतलब सिर्फ दो भिन्न धर्मावलंबियों का एक-दूसरे से निकाह तक ही मर्यादित है क्या? सच कहें तो वैचारिक ‘लव जिहाद’ के कारण देश और हिंदुत्व का सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है.

बता दें कि बीते कुछ दिनों में बीजेपी शासित राज्यों ने लव जिहाद पर कानून बनाने की बात कही है. हाल ही में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार में भी ऐसा कानून बनाने की मांग की थी, हालांकि जदयू ने इससे किनारा किया. शिवसेना की ओर से संजय राउत ने कहा है कि अगर बिहार में ऐसा कोई बिल आता है, तो हम उसे देखेंगे. नीतीश कुमार एक शांत स्वभाव वाले मुख्यमंत्री हैं.

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