बिलासपुर। खुड़िया रेंज के भूतकछार में हाथी के शिकार के मामले में मुख्य आरोपित की पहचान हो गई है। वन विभाग ने जिन छह संदेहियों को पकड़ा था,उनमें ही एक मुख्य आरोपित निकला। पूछताछ में पांच अन्य आरोपितों के नाम सामने आए हैं। वहीं पांच संदेहियों को पूछ-ताछ के बाद छोड़ दिया गया। फरार आरोपितों की तलाश जारी है।
घटना ग्राम भूतकछर अंतर्गत कक्ष क्रमांक 486 की है। डाग की मदद से वन विभाग ने छह संदेहियों को पकड़ा। सख्ती से पूछ-ताछ भी की जा रही थी। पूछ-ताछ के दौरान संदेहियों में एक महेंद्र मरावी, निवासी सरगढ़ी ही मुख्य आरोपित निकला। पांच अन्य को छोड़ दिया गया। मुख्य आरोपित से पूछ-ताछ की गई तब उसने पांच अन्य ग्रामीणों की संलिप्तता की जानकारी दी। पांचों फरार हैं।
आरोपित ने यह भी बयान दिया कि करेंट उन्होंने जंगली सूअर,चीतल आदि जानवरों के लिए बिछाया था। लेकिन, हाथी इसमें फंस गया। आरोपित के खिलाफ वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्व कर माननीय न्यायालय में पेश किया गया,जहां से विद्वान न्यायाधीश ने उसे 14 दिन की रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
इधर फरार आरोपितों के संबंध में वन विभाग की खोजबीन शुरू कर दी है। इसमें पुलिस से भी सहयोग लिया जा रहा है। मुंगेली वनमंडल के डीएफओ सत्यदेव शर्मा ने बताया कि पांच अन्य आरोपितों की पहचान हो गई। लेकिन,उनका नाम उजागर नहीं किया जा रहा है। भनक लगते ही वह फरार हो सकते हैं। ऐसे में उन्हें गिरफ्तार करने में दिक्कत हो सकती है।