कलेक्टर सिन्हा ने राजस्व अधिकारियों से कहा अधीनस्थों के काम की करें मॉनिटरिंग, समय से लें पटवारियों से प्रतिवेदन
कलेक्टर सिन्हा ने राजस्व अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक
रायगढ़। राजस्व विभाग के काम लोगों से सीधे जुड़े होते हैं। गुरुवार को प्रत्येक तहसील कार्यालय में पूरा राजस्व अमला उपस्थित रहता है। उसके अलावा भी दिन निर्धारित कर कार्यालय में उपस्थित रहें। जिससे लोग आप से मिलकर अपनी समस्याएं रख सकें। उक्त बातें कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आज जिले के सभी राजस्व अधिकारियों की बैठक में कही। कलेक्टर श्री सिन्हा ने अधिकारियों से कहा कि दूर दराज से आप तक समस्या लेकर आने वाले लोगों को उसका समाधान मिलना चाहिए, उन्हें अनावश्यक परेशानी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को उनके अधीनस्थों के काम की लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर सिन्हा ने कहा कि बीते दिनों में कई तहसील कार्यालयों का निरीक्षण किया गया है। इस दौरान न्यायालयों में चल रहे प्रकरणों से जुड़े नश्तियों का अवलोकन किया गया। इस दौरान यह बात सामने आई कि कई मामलों में पटवारियों का प्रतिवेदन समय पर नहीं मिल रहा है। ई-कोर्ट में भी मामले दर्ज करने में भी कई बार देरी होती है। उन्होंने सभी को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सभी मामले ई-कोर्ट में अनिवार्य रूप से अपडेट किए जाएं। जिससे उसकी मॉनिटरिंग की जा सके।
बैठक में कलेक्टर सिन्हा ने अविवादित नामांतरण, बटवारा, सीमांकन जैसे राजस्व प्रकरणों के निराकरण में तेजी लाने के निर्देश दिए। सभी राजस्व अधिकारियों को नियमित कोर्ट में बैठने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि आदेश पारित होने के पश्चात अभिलेख दुरूस्ती का कार्य भी प्राथमिकता के साथ किया जाए। उन्होंने राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिए सेल्फ टारगेट प्रदान कर कार्य करने के निर्देश दिए, जिससे राजस्व प्रकरणों के निराकरण में तेजी आ सके। इस दौरान उन्होंने राजस्व अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देशित करते हुए कहा कि तहसीलों में प्रकरण अनावश्यक लंबित न हो समय-सीमा के भीतर उसका निराकरण होना चाहिए।
बैठक में अपर कलेक्टर राजीव पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर डी.आर.रात्रे सहित सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार उपस्थित रहे।