
मौसी की शादी में जा रही थी महिला,सीसीटीवी फुटेज में बैग लेकर जा रहा सन्दिग्ध यात्री हुआ कैद
इस संबंध में पुसौर थाना प्रभारी गिरधारी साव ने बताया कि मामला 17 रोज पुराना यानी 1 मई का है, लेकिन रिपोर्ट अब दर्ज हुई है। मूलत: ग्राम सुपा निवासी खुशबू बरेठ के पति रामेश्वर निर्मलकर वर्तमान में आरक्षी केंद्र उर्दना में आरक्षक के रूप में पदस्थ हैं। खुशबू की मां सरस्वती बरेठ अधिवक्ता हैं और पिता न्यायालय में सेवारत हैं। ऐसे में खुशबू रायगढ़ के पंजरी प्लांट स्थित अपने मायके में रहती है। खुशबू बीते 1 मई की सुबह लगभग साढ़े 9 बजे अपनी ननद और जेठानी के साथ मौसी के वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सिटी बस (क्रमांक-सीजी 13 क्यू 0721) से सुपा जाने रवाना हुई। खुशबू अपने साथ कपड़ों से भरे 7 से 8 बैग और लेडिस पर्स लेकर बस में सवार हुई। लेडिस पर्स में सोने का रानी हार, कर्णफूल, स्वर्ण निर्मित बड़ा नग, मांग टीका, मंगलसूत्र, चांदी की पायल, 2 हाफ करधन, 6 बिछिया, 6 अंगूठी, 2 चाबी छल्ला, 800 रुपए नगद और आधार कार्ड रखा था। सुबह 10 बजकर 12 मिनट पर सुपा आने पर खुशबू मोबाइल फोन से बातें करते हुए अपना सामान बस कंडक्टर से लेकर उतर गई। इसके बाद बस जैसे ही आगे की तरफ रवाना हुई, खुशबू को याद आया कि उसका आभूषणों से भरा बैग बस में ही रह गया है तो उसने मौके की नजाकत को भांप तत्काल फोन से इसकी सूचना अपने पति को दी। वहीं, आरक्षक पति रामेश्वर निर्मलकर ने फौरन पुसौर थाने में फोन कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया तो हरकत में आई पुलिस सिटी बस को खोजने निकली तो वह चन्द्रपुर में मिली। वर्दीधारियों ने पूरे बस को छान मारा, मगर खुशबू का जूलरी बैग नहीं दिखा। ऐसे में पुलिस ने कंडक्टर से पूछताछ की तो उसने बताया कि सुपा के बाद बड़े भंडार और कठली में भी कुछ मुसाफिर बस से उतरे हैं। फिर क्या, पुलिस ने बड़े भंडार के बस स्टॉप के पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला तो 10 बजकर 17 मिनट में बस से एक यात्री गहनों से भरे लेडिस बैग को लेकर उतरते दिखा, लिहाजा आसपास के लोगों को फुटेज दिखाते हुए पूछताछ भी की गई, मगर आरोपी की पहचान नहीं हो पाई। बहरहाल, एक पखवाड़े से अधिक समय तक बरेठ परिवार द्वारा लोगों को सीसीटीवी फुटेज दिखाने कब बावजूद मुल्जिम का कोई क्लू हाथ नहीं लगने पर पुसौर पुलिस ने आखिरकार खुशबू बरेठ की शिकायत पर 8 तोला सोना और 55 तोला चांदी के जेवरों की चोरी रिपोर्ट में इसे 98 हजार 800 रुपए कीमत का मानते हुए मामले को जांच पड़ताल में लिया है। दूसरी तरफ खुशबू बरेठ की अधिवक्ता मां सरस्वती बरेठ का दावा है कि पुलिस भले ही आभूषणों की कीमत को 1 लाख से कम मान रही है, जबकि उसमें से एक बड़े गहने की कीमत ही एक लाख से ऊपर है। यानी बस से चोरी हुई आभूषणों की वास्तविक मूल्य कम से कम 7 लाख रुपए है। साथ ही इस घटना में बस कंडक्टर की भूमिका भी संदेह के दायरे में है, लिहाजा पुलिस उससे सख्त पूछताछ करे ताकि असलियत सामने आ सकें।




