बिलासपुर। अपने आक्रामक तेवर के लिए चर्चित विधायक शैलेष पांडेय ने तो आज अपनी ही पुलिस की पोल खोल दी। विधायक के इस तेवर देख मौजूद पुलिस अफसरों और जनप्रतिनिधी भी सकते में आ गये। पुलिसकर्मियों को असहज देख खुद गृहमंत्री को मोर्चा थामना पड़ा। मामला बिलासपुर के सरकंडा-तारबहार थाने के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण का था। वर्चुअल तरीके आयोजित हो रहे उदघाटन में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू चीफ गेस्ट थे, जबकि संसदीय सचिव विकास उपाध्याय सहित बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय कुछ अन्य जनप्रतिनिधि भी आमंत्रित थे।
कार्यक्रम में जैसे ही बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय ने माइक थामा, एक-एक कर बिलासपुर की करतूतों की पोल खोलने शुरू कर दी। विधायक एक के बाद एक बिलासपुर पुलिस के कारनामे गिना रहे थे और कार्यक्रम में मौजूद बिलासपुर पुलिस के अफसर नजर झुकाये सुन रहे थे। गृहमंत्री और संसदीय सचिव के सामने बिलासपुर पुलिस पर वसूली और काम नहीं करने के साथ-साथ लोगों को बेवजह परेशान करने जैसे गंभीर आरोप लग रहे थे।
विधायक ने तो यहां तक कह दिया कि यहां रेट लिस्ट लगवा दीजिये, ताकि पता चल सके कौन से काम का कितना पैसा लिया जा रहा है। मामूली मामूली बातों को व्यापारी को गिरफ्तार किया जा रहा है और पैसा नहीं देने पर हड़कड़ी सहित पूरे बाजार में घुमाने की धमकी दी जा रहा है। बिलासपुर पुलिस सिर्फ और सिर्फ वसूली के काम में व्यस्त है। विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि विधानसभा में हुक्का बार बंद करने की घोषणा की गयी थी, बावूजद बेधड़क हुक्का बार संचालित किये जा रहे हैं।
इधर विधायक के आक्रामक तेवर को देख गृहमंत्री ने बीच बचाव किया। उन्होंने कहा कि आप अपनी भावनाओं पर काबू रखें और जो भी शिकायतें हैं उसे लिखित रूप में दें, उसकी जांच करा लेंगे।