गौधन न्याय योजना का क्रियान्वयन देखने कलेक्टर भीम सिंह पहुंचे लैलूंगा के गौठानों में
लैलूंगा शहरी गौठान व कोड़ासिया में देखा समूहों का काम
रायगढ़ । कलेक्टर भीम सिंह गौधन न्याय योजना का क्रियान्वयन देखने विधायक चक्रधर सिंह सिदार व सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के साथ लैलंूगा विकासखण्ड के गौठानों में पहुंचे। उन्होंने लैलूंगा के शहरी गौठान का निरीक्षण किया। यहां तैयार किये जा रहे वर्मी कंपोस्ट और गोबर के उत्पादों को उन्होंने देखा। उन्होंने पिट में गोबर सही समय में डालने के निर्देश दिये।
वर्मी बेड की संख्या बढ़ाने के लिये 01 लाख रुपये देने की बात कही। साथ ही गोबर खरीदी के अनुसार वर्मी टांकों की संख्या बढ़ाने के लिये कम लागत वाले कच्चे स्ट्रक्चर जल्द तैयार करने कहा। खाद बनाने की प्रक्रिया में तेजी के लिये डाइजेस्टर डालने के लिये कहा। उन्होंने गौठान में पशुओं के लिये 6 माह का चारा और पीने के पानी के लिये कोठना बनवाने के लिये कहा। गौठान में पशुओं के शेड में आसानी से आने-जाने के लिये स्लोप बनवाने के निर्देश भी दिये।
कलेक्टर सिंह ने मणिकंचन केन्द्र का भी निरीक्षण किया। यहांं महिलाओं द्वारा दीपावली के लिये तैयार किये जा रहे गोबर के दीयों की सराहना की। मणिकंचन केन्द्र को साफ-सुथरा रखने और कार्यरत महिलाओं के लिये बुनियादी सुविधायें उपलब्ध करवाने के निर्देश नगर पालिका सीएमओ को दिये। कचरा से इकट्ठा होने वाले प्लास्टिक व अन्य बिक्री लायक सामग्री का नियमित विक्रय करने के लिये भी उन्होंने कहा।
लैलंूगा के कोड़ासिया के मॉडल गौठान का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने तैयार वर्मी कम्पोस्ट के लैब टेस्ट रिपोर्ट की जानकारी ली। कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि टेस्ट में यहां का वर्मी कम्पोस्ट स्टैण्डर्ड क्वालिटी का पाया गया है। उन्होंने इस पर खुशी जताते हुये पिट में तैयार कंपोस्ट की पैकेजिंग कर बिक्री शुरू करने के निर्देश दिये। उन्होंने गौठान में पोल्टी फार्म के लिये शेड बनवाने के निर्देश पशुपालन विभाग को दिये। गौठान में प्रतिदिन आने वाले पशु व खरीदे जा रहे गोबर की मात्रा की भी उन्होंने जानकारी ली।
कलेक्टर सिंह ने गौठान समिति के अध्यक्ष से कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर खरीदी व खाद विक्रय को सेल्फ सस्टेसिंग बनाना है। उन्होंने उन्होंने गौठान में आने वाली पशुओं के लिये हरे व सूखे चारे की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिये कहा। पशुधन विभाग के अधिकारियों को भी नियमित अंतराल में पशुओं की स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिये। जिससे पशुओं को कोई बीमारी हो तो समय पर उसका इलाज किया जा सके।
कलेक्टर सिंह ने कोड़ासिया में ही उद्यानिकी विभाग की नर्सरी का भी अवलोकन किया है। वहां 4 एकड़ क्षेत्र में 6 महिला स्व-सहायता समूह की महिलायें आलू, टमाटर व फूलों की खेती कर रही है। पानी की समुचित व्यवस्था न होने की बात महिला समूह की महिलाओं ने बताने पर कलेक्टर सिंह ने मनरेगा से डबरी व कुंआ बनवाने के निर्देश दिये। कृषि विभाग को स्प्रिंकलर भी उपलब्ध करवाने के लिये कहा। कोड़ासिया गौठान में महिला समूहों और गौठान समिति के द्वारा किये जा रहे कार्यों की उन्होंने सराहनाकी। इस दौरान विभागीय अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे।