कोरोना वायरस: तीन माह बाद 24 घंटे में 40,000 से कम मरीज, दिख रहा है सरकार की नीतियों का असर
कोरोना वायरस पर सरकार की नीतियों का असर लगातार दिख रहा है। मंगलवार को 101 दिन बाद देश में पहली बार सबसे कम संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इतना ही नहीं 11 सप्ताह के बाद सक्रिय मरीजों की संख्या भी सबसे कम दर्ज की गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते 28 जुलाई को देश में 34,884 संक्रमित मिले थे। इसके बाद अब पिछले 1 दिन में 36,470 संक्रमित मरीज मिले हैं। इस बीच 63,842 संक्रमित मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। वहीं लगातार दूसरे दिन देश में 500 से कम 488 लोगों की मौत हुई है।
इसी के साथ ही देश में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 79,46,429 हो चुकी है जिनमें से 72,01,070 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। वहीं 6,25,857 मरीज उपचाराधीन है। स्थिति यह है कि कुल संख्या की तुलना में फिलहाल 7.88 फीसदी ही उपचाराधीन है। जबकि 90.62 फीसदी मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं।वहीं 1.50 प्रतिशत की मौत हो चुकी है।
भारत में बीते अगस्त में संक्रमितों की संख्या 20 लाख के पार चली गई थी, 23 अगस्त को 30 लाख और 5 सितंबर को संक्रमितों की संख्या 40 लाख के पार थी। कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख के पार और 11 अक्टूबर को 70 लाख के पार चले गए थे।
18 जिलों में 35 फीसदी सक्रिय मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कई राज्यों ने कोरोना वायरस के कहर पर एक तरह से नियंत्रण पा लिया है। कई ऐसे राज्य हैं जहां रिकवरी रेट काफी बेहतर है और नए मामलों के मिलने की संख्या में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। उन्होंने बताया कि देश के 18 जिलों में 35 सीसी सक्रिय मरीज हैं। इनमें बेंगलुरु, मुंबई, पुण, थाने, मलप्पुरम चेन्नई, कोझीकोड, एर्नाकुलम, त्रिशूल, नागपुर, नासिक, अलपुझा, तिरुवनंतपुरम, रायपुर, कोलकाता, 24 परगना उत्तरी और अहमदनगर जिला शामिल है।
दिल्ली समेत पांच राज्यों में 58 फीसदी मौतें: मंत्रालय
पिछले 1 दिन में हुई मौतों में 50 प्रतिशत दिल्ली पश्चिम बंगाल महाराष्ट्र छत्तीसगढ़ और कर्नाटक में दर्ज की गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि 49 फीस दी नए संक्रमित केरल, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और दिल्ली में दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण की गति को समझने के लिए उसकी साप्ताहिक दर को समझना भी जरूरी है। देश में कोरोना का रिकवरी फीसदी से आगे बढ़ रहा है। फिलहाल देश में संक्रमण दर सात फीसदी के आसपास है।
अमेरिका, ब्रिटेन से देश में बेहतर स्थिति
प्रति दस लाख की आबादी पर देश में 5,758 संक्रमित हुए हैं जबकि 86 की मौत हुई है। अमेरिका ब्राजील ब्रिटेन और फ्रांस में यह आंकड़ा बहुत ज्यादा है। राजेश भूषण ने बताया कि पहले 10 लाख मरीजों की डिस्चार्ज होने में 57 दिन का समय लगा था। हालांकि पिछले 10 लाख रिकवरी 13 दिन में हुई है। ठीक इसी तरह साप्ताहिक मौत के आंकड़ों और नए मामले में मिलने में गिरावट दर्ज हुई है
वायरस में बदलाव नहीं, सर्दी-प्रदूषण का असर दिख रहा
कोरोना वायरस को लेकर अब तक कोई बदलाव नहीं हुआ है। सर्दी के साथ-साथ प्रदूषण की वजह से संक्रमण में बढ़ोतरी होने की जानकारी मिल रही थी। जिसे लेकर अब कुछ संकेत दिखाई भी दे रहे हैं यह कहना है नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पाल का। मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर पॉल ने कहा कि दिल्ली में अभी भी संक्रमण दर 8 फ़ीसदी है जबकि साप्ताहिक दर करीब 7 फ़ीसदी के आसपास है।
कंटेनमेंट जोन में बेहतर प्रयास की आवश्यकता अभी भी है। वहीं आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव का कहना है कि अब तक के चिकित्सा अध्ययनों में प्रदूषण की भूमिका स्पष्ट हो चुकी है। संक्रमण को बढ़ाने में प्रदूषण की बड़ी भूमिका हो सकती है लेकिन लोगों को अपने बचाव के लिए सतर्क रहना होगा।