जेसीआई के 77 कार्यकर्ता बीते 6 महीने से दे रहे अपना सहयोग
रायगढ़। कोरोना संक्रमण की रोकथाम में प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के साथ साथ स्वयं सेवी संस्थाएं भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहीं हैं बीते 6 महीने से स्थिति को हर मोड़ पर काबू करने के लिए जिला प्रशासन के साथ समाजसेवी संगठनों ने बड़ी भूमिका निभाई है। इन साझा प्रयासों से नोवल कोरोना वायरस को रोकने की कवायद को काफी बल मिला है।
लॉकडाउन और उसके बाद गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए जिले के कई समाजसेवी संगठन आगे आए। इन्हीं संगठनों में से एक है जूनियर चेंबर इंटरनेशनल (जेसीआई) रायगढ़। जेसीआई के 77 कार्यकर्ता बीते 6 महीने से कोरोना के रोकथाम को हर मोर्चे पर डटे हैं।
जेसीआई रायगढ़ सिटी के जनसंपर्क अधिकारी राज अग्रवाल कहते हैं की हम इस कोरोना काल में अपनी तरफ से हर संभव मदद करना चाह रहे हैं। विदित हो कि जनता कर्फ्यू के दिन पहली बार ट्रैफिक पुलिस वालों के लिए स्वल्पाहार एवं नींबू पानी की व्यवस्था जेसीआई ने की थी। फिर 24 मार्च से लॉकडाउन में सुबह-शाम 15 दिन तक प्रशासन की सहमति से जेसीआई ने शहर की सड़कों पर रहने वाले लोगों, दिहाड़ी मजदूरों के बीच पके हुए भोजन के 50-50 पैकेट बांटे। टोटल लॉकडाउन में जिस किसी भी के पास खाने की व्यवस्था नहीं थी संस्था ने मदद की।
जेसीआई रायगढ़ के अध्यक्ष पंकज अग्रवाल बताते हैं कि रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक के साथ सूखा राशन के 500 पैकेट जरूरतमंदों में बांटे गए । प्रत्येक पैकेट में चावल-दाल-नमक-मिर्ची-तेल थे। स्वास्थ्य के क्षेत्र में संस्था का योगदान देखें तो कोरोना को रोकने में सबसे कारगार मास्क और सैनेटाइजर को भी संस्था ने खूब बांटा और अभी भी बांट रही है। रक्षाबंधन के दिन रायगढ़ पुलिस की मुहिम एक रक्षा सूत्र मास्क में संस्था ने 10,000 मास्क दिए। इसके अलावा खुद भी मास्क बांटे।
महिला चिकित्सालय में चल रहा है नैवेद्यम
जेसीआई रायगढ़ द्वारा अशर्फी देवी महिला चिकित्सालय में बीते पौने दो साल से सुबह शाम मरीजों के लिए खाना दिया जाता है, यह इनकी नैवेद्यम योजना है। संस्था इस खाने को अपने मार्गदर्शन में बनाती है जिसमें स्वच्छता का पूरा ख्याल रखा जाता है। खाने में दलिया और खिचड़ी ही दिया जाता है। संस्था के राज अग्रवाल कहते हैं कि खाने की गुणवत्ता हम खुद खाकर चेक करते हैं। यह संस्था का परमानेंट प्रोजेक्ट है। जरूरत और मरीज की संख्या के आधार पर भोजन का पैकेट बनाया जाता है।
कोविड काल में बंद है स्वास्थ्य शिविर
बकौल पंकज कोविड काल में लोगों की और अपनी सुरक्षा सबसे पहले है। संस्था नियमित अंतराल में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाती है लेकिन अभी के हालात में ऐसे शिविर लगाना तर्क संगत नहीं है। हां, हमारे पास जो डॉक्टर्स की टीम है उनसे अगर मदद मांगी जाती है तो हम पीछे नहीं हटते। लॉकडाउन से पहले पटेलपाली में निशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया था। इसके साथ ही स्कूलों में संस्था के द्वारा रूटीन डेंटल चेकअप किया जाता है। हमारे संस्था में डेंटिस्ट भी हैं जो स्वस्फूर्त निशुल्क जांच के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।
संस्था के अध्यक्ष जेसी पंकज अग्रवाल ने कहा कि संस्था का मूल उद्देश्य ही है कि कैसे व्यक्तित्व का विकास हो सके, हम बदलेंगे तो युग बदलेगा की नीति पर चलते हुए सदा से ही अनेक प्रकार के समाज उपयोगी कार्यों को करने में अग्रणी रही है और आगे भी संस्था इसी प्रकार अपना सहयोग देती रहेगी।