महाराष्ट्र में अजान प्रतियोगिता पर सियासत, बीजेपी के हमले के बाद शिवसेना का यू-टर्न

मुंबई: मुंबई में शिवसेना द्वारा आयोजित अज़ान प्रतियोगिता को लेकर बीजेपी द्वारा सवाल उठाए जाने पर शिवसेना अब इस मामले से पीछे हट गई है। अजान विवाद बढ़ता देख शिवसेना नेता पांडुरंग सपकाल ने बयान जारी कर अपनी भूमिका साफ की है।
शिवसेना विभाग प्रमुख पांडुरंग सकपाल ने एक लेटर जारी कर अजान प्रतियोगिता से अपना पल्ला झाड़ लिया है और कहा कि मेरा प्रतियोगिता से कोई लेना देना नहीं है। प्रतियोगिता का आयोजन मैंने नहीं किया है। मेरे पास फाउंडेशन फ़ॉर यू के लोग आए थे, जो ये अजान प्रतियोगिता आयोजित करवाना चाहते थे।
इसके पहले शिवसेना विभाग प्रमुख पांडुरंग सकपाल ने कहा था कि मेरे पास 2 दिन पहले शिवसेना के मुस्लिम पदाधिकारी आए थे, कह रहे थे कि बच्चे घर पर बैठे हैं उनके लिए कुछ करना चाहिए। मैंने सलाह दी कि जिस तरह हम भगवत गीता की प्रतियोगीता आयोजित करते हैं, उसी तरह ऑनलाइन अज़ान प्रतियोगिता आयोजित की जा सकती है।
हालांकि इसको लेकर बीजेपी ने जोरदार हमला किया और कहा शिवसेना को अब घंटे से नफ़रत और अज़ान से प्रेम हो गया है। बीजेपी प्रवक्ता राम कदम ने तो शिवसना को यू-टर्न मारने वाला दल करार दे दिया और कहा कभी हिन्दुत्व अपनाते हैं, कभी हिन्दुत्व को टाल देते हैं, अब ये खुद कंफ्यूज हैं।
वहीं इस मुद्दे पर एनसीपी ने मोर्चा संभाला एनसीपी नेता नवाब मलिक ने हिदायत दी कि बीजेपी अब इस तरह की राजनीति न करें, कला को धर्म के चस्मे से न देखे। कितने बड़े-बड़े मुस्लिम एक्टरों ने हिन्दूओं की भूमिका में जबर्दस्त एक्टिंग की है।




