कोरोना को लेकर केंद्र का राज्यों को आदेश: ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर रखें तैयार…
स्वास्थ्य मंत्रालय के अपर सचिव द्वारा जारी इस पत्र में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी प्रबंधन के लिए मेडिकल ऑक्सीजन एक जरूरी संसाधन है। गंभीर स्थिति में ऑक्सीजन लोगों की जान बचाने के लिए जरूरी है। कोरोना महामारी के दौरान भारत सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में पीएसए प्लांट्स, ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर्स, ऑक्सीजन सिलेंडर और अन्य ऑक्सीजन के बुनियादी संसाधनों को स्थापित करने का समर्थन किया था। इसके साथ ही गंभीर स्थिति के लिए सरकार ने वेंटिलेटर्स को भी बढ़ाया।
बता दें, दूसरी लहर के दौरान जिस तरह देश में ऑक्सीजन की कमी देखी गई थी उसी को ध्यान में रखकर सरकार अभी से तैयार है। हालांकि भारत में कोरोना अभी नियंत्रण में है लेकिन फिर भी सरकार कोई ढील नहीं दे रही है।
भारत में शनिवार को कोरोना संक्रमण के 201 मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके साथ कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 3,397 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, संक्रमण की दैनिक दर 0.15 फीसदी और साप्ताहिक दर 0.14 फीसदी दर्ज की गई है। मंत्रालय ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 1,36,315 सैंपल की जांच की गई।
आज से एयरपोर्ट पर रैंडम टेस्टिंग की शुरुआत भी हो गई है। जिन यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आएगी और उनको क्वारंटीन भी किया जाएगा। कोरोना के सब वेरिएंट बीएफ.7 के कारण पड़ोसी देश चीन में हाहाकार मचा हुआ है। अब इसको लेकर भारत भी अलर्ट मोड में आ गया है।
इधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि चीन, जापान, साउथ कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए RT-PCR टेस्ट जरूरी होगा। यदि इन देशों के किसी भी यात्री में कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं या टेस्ट पॉजिटिव पाया जाता है तो इन लोगों को क्वारैंटाइन किया जाएगा।