राज्यपाल ने खारून नदी की संध्या आरती कर प्रदेश के खुशहाली और समृद्धि की कामना की
उन्होंने कहा कि देश में छठ पर्व के आयोजन को लेकर भी कई पौराणिक कथाएं और मान्यताएं प्रचलित है तथा इसके केंद्र में प्रकृति को रखा गया है। राज्यपाल ने कहा कि हमारे तीज, त्यौहार, रीति-रिवाजों और मान्यताओं में प्रकृति के साथ सामंजस्य बनाते हुए विकास करने और जीवन जीने की सीख देते है।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि एक लोक पर्व किस प्रकार सांस्कृतिक, धार्मिक, ऐतिहासिक पक्षों को एक सूत्र में पिरो कर रखता है। छठ महापर्व से इसे सहज ही समझा जा सकता है। राज्यपाल सुश्री उइके ने छठ महापर्व के सफल आयोजन के लिए समिति को भी शुभकामनाएं दी। राज्यपाल को समिति द्वारा इस अवसर पर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में विधायक सत्यनारायण शर्मा और बृजमोहन अग्रवाल, पूर्व मंत्री राजेश मूणत, श्रीमती वीणा सिंह, संजय श्रीवास्तव, छठपर्व आयोजन समिति महादेव घाट के प्रमुख श्री राजेश सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उपस्थित थे।