महसूस की जा रही है एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की जरूरत
अभाव- जिले में है बेसिक लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस की सुविधा
जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में लगातार वृद्धि हो रही है और इसके साथ ही अस्पतालों में जो भी कमियां सामने आती है उसे शासन और प्रशासन के द्वारा पूरी की जाती है। लेकिन जिले में एक भी एडवांस लाइफ सपोर्ट (एएलएस) एंबुलेंस नहीं है। जिले में अब एएलएस एंबुलेंस की आवश्यक्ता महसूस की जा रही है।
जशपुरनगर. जिले में यदि एएलएस एंबुलेंस की सुविधा मिल जाएगी तो लोगों को राहत मिल जाएगी। क्याेंकि एएलएस एंबुलेंस में जिंदगी बचाने वाले सभी जीवन रक्षक उपकरण एंबुलेंस में लगे होते हैं और सबसे बड़ी खास बात तो यह है कि इस एंबुलेंस में वेटिलेटर मशीन भी लगा होता है।
जिले से प्रतिदिन कई मरीजों की गंभीर स्थिति को देखते हुए यहां से अन्य जगहों के लिए रेफर कर दिया जाता है। जिले के मरीजों को बीएलएस (बेसीक लाइफ सपोर्ट) एंबुलेस के माध्यम से ही रेफर किया जाता है। बीएलएस एंबुलेंस में उतनी सुविधा नहीं है जितनी गंभीर मरीजों को रेफर करने में होती है।
बीएलएस एंबुलेंस में आपतकालीन स्थिति से निपटने के लिए जीवनरक्षक दवाईयां उपलब्ध होती है, जो गंभीर मरीजों के रेफर करने के लिए आवश्यक्ता से कम हैं। बीएलएस एंबुलेस मरीजों को घर से अस्पताल तक पंहुचाने के लिए उचित है क्योकी इसमें आपातकालिन स्थिति से निपटने के लिए दवाओं का स्टाक रखा हुआ होता है। लेकिन मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए जिले के अस्पतालों से दूसरे अस्पतालों में रेफर करने के लिए पर्याप्त नहीं है। जिसे देखते हुए अब जिले में भी एएलएस एंबुलेंस की आवश्यक्ता महसूस की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार एएलएस एंबुलेंस पड़ोसी जिले अंबिकापुर और रायगढ़ में उपलब्ध है
सड़क हादसे में घायलाें को मिलेगा लाभ
जिले में प्रतिदिन 5 से 7 सड़क दुर्घटना के मामले सामने आते हैं। सड़क दुर्घटना में घायल अधिकतर मरीजों को जिले के अस्पतालाें में प्राथमिक उपचार कर उन्हें उच्च उपचार के लिए यहां से रेफर कर दिया जाता है। घायलाें को यहां से रेफर करने के बाद उन्हें बीएलएस एंबुलेंस के माध्यम से ही रेफर किया जाता है। कई बार देखा जाता है कि यहां से रेफर किए गए घायलों को अचानक वेंटिलेशन की आश्यक्ता पड़ती है लेकिन बीएलएस एंबुलेस में इसकी सुविधा नहीं होने के कारण कई घायल मरीज रेफर होने के बाद अस्पताल पंहुचने के पहले ही अपना दम तोड़ देते हैं।




