खरसियाछत्तीसगढ़रायगढ़

फ्लाईएस देखते ही आंख बंद कर लेते हैं पर्यावरण विभाग…अमनचैन के साथ एनएच किनारे में फ्लाईएस…

रायगढ़। जिले में क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी की पदस्थापना है जिनका काम पर्यावरण संरक्षण करना है। ये और बात है कि वे केवल यही काम नहीं कर पाते। प्रदूषण की सबसे बड़ी वजह फ्लाई एश को देखते ही उनकी आंख बंद हो जाती है, तभी तो आज क्षेत्र में अवैध रूप से डंप फ्लाई एश पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाए हैं। अब तो एनएच किनारे में खेत को एश से पाटा जा रहा है।

कलेक्टर ने एनजीटी के आदेश पर लोइंग एरिया में फ्लाई एश पाटने पर प्रतिबंध लगाया है। इसका पालन करवाना पर्यावरण विभाग का काम है। पावर प्लांटों से निकलने वाले फ्लाई एश का सही आंकड़ा ही विभाग के पास नहीं है। प्लांटों से जो जानकारी भेजी जाती है, वही सही मानकर फाइल मेंटेन की जाती है। इसकी जांच कभी नहीं की जाती। पावर प्लांट अपने फ्लाई एश की सही जानकारी नहीं देते। इसलिए अतिरिक्त फ्लाई एश का निपटान खुले में डंप करके किया जा रहा है। इस ओर से पर्यावरण विभाग अनजान बना हुआ है। देखने में आया है कि एक प्लांट से निकली फ्लाई एश की गाडिय़ां प्रतिबंधित खदानों के बजाय एनएच किनारे खाली हो रही हैं।

यहां एक एकड़ खेत में एश पाटा जा रहा है। तेज आंधी चलने पर यह एश पास की पूरी बस्ती और एनएच में उड़ रहा है। इस तरह के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।

एनजीटी के आदेश का मजाक

एनजीटी ने फ्लाई एश की अवैध डंपिंग और सही तरीके से निराकरण नहीं करने पर भारी भरकम क्षतिपूर्ति का प्रावधान किया है। पिछले तीन साल में क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी ने कई जगहों पर फ्लाई एश की अवैध डंपिंग पर जांच की लेकिन कहीं भी पेनाल्टी नहीं की।

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!