आरोपी का मोबाइल जप्त, इंजीनियर को दिये गये धमकी भरे चैट किया गया सुरक्षित
अपराध पंजीबद्ध के बाद से कोतवाली पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार उसके ठिकानों पर दबिश दिया जा रहा था जो गिरफ्तारी के भय से भूमिगत था । थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष नागर द्वारा आरोपी गिरफ्तारी के लिए मुखबिर लगाकर रखा गया था, जिनके द्वारा सूचना दिया गया कि आरोपी धीरज मित्तल कम्पनी के इंजीनियर नवीन शर्मा से समझौता कराने के लिये रायगढ़ आया हुआ है जिसे तत्काल टीआई मनीष नागर द्वारा गिरफ्तार कर थाना लाया गया । आरोपी से पूछताछ पर अपराध कबूल किया गया है जिससे उसके मोबाइल की जप्ती की गई है जिस पर इंजीनियर/पीड़ित नवीन शर्मा को व्हाटसअप /मैसेज पर दिये गये धमकी भरे चैट सुरक्षित है, इस महत्वपूर्ण साक्ष्य की जप्ती कर प्रकरण में धारा 386 IPC धारा विस्तारित कर आरोपी धीरज मित्तल पिता घासीराम मित्तल उम्र 31 वर्ष निवासी बंगला 4 विनायक विहार DDU रायपुर को गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा गया है । आरोपी गिरफ्तार,पतासाजी में निरीक्षक मनीष नागर, थाना प्रभारी कोतवाली, प्रधान आरक्षक नंदु सारथी, आरक्षक अभय यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है ।
घटना के संबंध में रिपोर्टकर्ता नवीन शर्मा बताया कि मेसर्स सुनील कुमार अग्रवाल के प्रोजेक्ट रायगढ़ से झारसुगडा चौथे रेल्वे लाईन विस्तार निर्माण कार्य में इंजीनियर व साईट इंचार्ज का कार्य विगत 06 माह से कर रहा है । फर्म श्याम कंन्ट्रक्शन के प्रो. धीरज मित्तल जो पेटी कांटेक्टर है, रायगढ़ से हिमगिर तक रेल्वे लाईन में पुलिया निर्माण के कार्य के लिये बात करके कार्य प्रारंभ किया था उसे जितना काम करेगा उसके हिसाब से भुगतान करने की बात हुई थी लेकिन धीरज मित्तल द्वारा निर्माण कार्य समय पर नहीं किया जा रहा था और अनावश्यक रूप से धमकी देकर रूपयों की मांग करता था । धीरज मित्तल के पास निर्माण सामाग्री नहीं होने पर उसे मेसर्स सुनील कुमार अग्रवाल की कम्पनी निर्माण सामाग्री उपलब्ध कराया गया।
धीरज मित्तल द्वारा धमकी देकर रूपये की मांग करने पर सुनील कुमार अग्रवाल द्वारा दिनांक 14 जनवरी 22 को 24,75000/ रूपये धीरज मित्तल के फर्म श्याम कंसट्रक्शन के एकाउंट इंडसइंड बैंक लिमिटेड बिलासपुर के खाता में ट्रांसर्फर किया गया था । उसके बाद भी धीरज मित्तल द्वारा अपने कार्य को समय पर पूरा नहीं किया जा रहा था और रूपयों की मांग कर रहा था । दिनांक 19 जनवरी 22 को धीरज मित्तल अपने बीमारी के ईलाज के लिये रूपयों की जरूरत है कहकर बहाना करके धमकी दिया कि तुरंत 15 लाख रूपये नहीं देने पर कोई भी घटना कर अपने आप को नुकसान पहुँचाकर झूठी रिपोर्ट लिखाकर फंसा देगा । रिपोर्टकर्ता के लिखित आवेदन पर आरोपी धीरज मित्तल पर उद्दापन का अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है ।