लैलूंगा में चल रही प्रोग्राम अधिकारी की मनमानी
10 साल से अंगद पांव की तरह जमे हैं मनरेगा अधिकारी
रायगढ। जनपद पंचायत लैलूंगा के प्रोग्राम अधिकारी दीपक एक्का की मनमानी चरम पर है सत्ता बदल गई सियासत बदल गई लेकिन लैलूंगा जनपद पंचायत मनरेगा के प्रोग्राम अधिकारी नहीं बदले, सबसे बड़ी बात तो यह है। कलेक्टर रायगढ़ के द्वारा कड़ी चेतावनी देने के बाद भी इनको लैलूंगा में रात को नींद नहीं आती। ये हर दिन पत्थलगांव रवाना हो जाते हैं बस प्रशासन के आंख में धूल झोंकने के लिए एक किराए का क्वार्टर ले रखे हैं उसमें कभी कभार हफ्ता दो हफ्ता में झाड़ू लगवाने चले जाते हैं जबकि कलेक्टर का सख्त आदेश है किसी कीमत पर कोई भी कर्मचारी अधिकारी अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेगे लेकिन ये तो कलेक्टर के आदेश को भी हल्के में ले रहे हैं और हर दिन पत्थलगांव के लिए रवाना हो जाते हैं जब जिले की मुखिया के आदेश को नजरअंदाज कर रहे हैं तो आम जनता या जनप्रतिनिधि किए क्या परवाह करेंगे किसी की प्रवाह करेंगे भी क्यों क्योंकि लंबे समय से कार्यरत रहने के कारण इनकी यहां गहरी पैठ जो जम गई है
कार्यक्रम अधिकारी किसी से सीधे मुंह बात नहीं करते क्योंकि शासन द्वारा अभी सभी कार्य मनरेगा के ही के तहत संचालित हो रहे हैं आम मजदूरों के हित लिए तो इनकी भी मजदूरी बढ़ना लाजमी है इसलिए इनका रुतबा सातवें आसमान पर है अब देखना यह है कि इस खबर के बाद इन पर क्या कार्रवाई होती है।