रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी, इस राज्य में लोकल ट्रेनों को मिली हरी झंडी

इंडियन रेलवे ने पश्चिम बंगाल में उपनगरीय रेल सेवाओं को फिर से शुरू करने का ऐलान किया है. रेल मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक बंगाल में उपनगरीय ट्रेन सेवा की शुरुआत 11 नवंबर से की जाएगी. बता दें कि कोरोना महामारी के कारण पूरे देश में लगे लॉकडाउन की वजह से यह सेवा मार्च से ही बंद थी.
रेल मंत्री गोयल ने एक ट्वीट में कहा, ‘रेलवे पर्याप्त सुरक्षा उपायों के साथ 11 नवंबर से पश्चिम बंगाल में उपनगरीय सेवाओं को बहाल करेगा. इससे यात्रियों की सुविधा बेहतर होगी और लोगों के लिए सुगम यात्रा की सुविधा प्रदान की जाएगी.’
रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि दक्षिण पूर्व रेलवे को सेवाओं को फिर से शुरू करने की मंजूरी दे दी गई है. उन्होंने कहा, ‘पूर्वी, दक्षिण पूर्वी रेलवे और पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों ने कोलकाता उपनगरीय सेवाओं को चलाने के लिए एसओपी तैयार करने को लेकर गुरुवार को बैठक की.’
रेलवे ने कहा, ‘राज्य सरकार जैसे ही पूरे प्रदेश में भीड़ को नियंत्रित करने की योजना तैयार कर लेगी, यहां रेल सेवा को शुरू कर दिया जाएगा, रेलवे की तरफ से तैयारी पूरी है.’
📣 Railways will resume suburban services in West Bengal from 11th November.
With adequate safety measures in place, this will enhance passenger convenience and facilitate smooth travel for the people.
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) November 5, 2020
इधर, पंजाब में कृषि कानूनों के खिलाफ 32 जगहों पर रेल पटरियों पर किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते रेलवे को लगभग 1200 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है. रेलवे के आंकड़ों के अनुसार प्रदर्शनों के कारण जारी नाकेबंदी की वजह से जरूरी सामान लाने वाली 2,225 से अधिक मालगाड़ियों का संचालन नहीं हो सका है. लगभग 1,350 मालगाड़ियों का संचालन रद्द करना पड़ा है या उनका मार्ग बदल दिया गया है.
हटेंगे अवरोधक, चलेगी रेल
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वी के यादव ने गुरुवार को इस बात की जानकारी दी कि पंजाब सरकार ने रेलवे को इस बात के लिए आश्वासन दिया है कि प्रदर्शनकारियों द्वारा रेल परिसरों में लगाए गए सभी अवरोधकों को शुक्रवार तक हटा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि 31 अवरोधकों में से 14 को हटाया जा चुका है. यादव ने कहा कि राज्य के अधिकारियों के साथ-साथ आरपीएफ की एक संयुक्त टीम का जमीनी सर्वेक्षण करने के लिए गठन किया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ट्रेनों को चलाना सुरक्षित है या नहीं.
संसद से पारित तीन कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के कारण 24 सितम्बर से पंजाब में ट्रेन सेवाएं निलंबित है. हालांकि अक्टूबर में कुछ दिनों के लिए इन्हें फिर से शुरू किया गया था, लेकिन ट्रेन के चालक दल के सदस्यों की सुरक्षा के मद्देनजर ट्रेन सेवाओं को फिर से रोक दिया गया था.




