चक्रवाती तूफान जवाद का असर, आसमान में छाए बादल
राउरकेला-बंगाल की खाड़ी में जवाद शुक्रवार की सुबह 11 बजे बंगाल की खाड़ी में तटीय विशाखापट्नम से 420 और गोपालपुर से 530 किमी दक्षिण-पूर्व में चक्रवाती तूफान में तब्दील हुआ। तूफान उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ते हुए शनिवार सुबह को दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र के तट से टकराने का पुर्वनुमान मौसम विभाग ने जारी किया। जमीं से टकराने के बाद उत्तर-उत्तरपूर्व के ओर मुड़ते हुए रविवार दोपहर को पुरी पहुंचेगा। उसके बाद तटीय ओडिशा होते हुए पश्चिम बंगाल की ओर बढ़ेगा।ऐसे में रेलवे ने 95 ट्रेनों का आवाजाही रद्द कर दी है। ओडिशा का तटीय जिला गजपति, गंजाम, पुरी और जगतसिंघपुर शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे से रविवार सुबह तक 24 घंटे तेज बारिश 20 सेंटीमीटर होने का अलर्ट जारी किया है। रविवार मयूरभंज ऑरेंज और केंदूझर येल्लो सतर्कता श्रेणी में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे से सोमवार सुबह तक 24 घंटे कहीं कहीं तेज बारिश होगी। स्वतंत्र राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना समस्त जिला कलेक्टरों से आभासी बैठक कर तैयारी की जायजा लिए।रेलवे में तैयारी पर चर्चा करने हुई उच्च स्तरीय बैठकदक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक अर्चना जोशी ने शुक्रवार के रोज मुख्यालय में चक्रवात “जावद” के मद्देनजर एसईआर की तैयारियों के संबंध में एक उच्च स्तरीय बैठक की। बैठक में सभी विभागाध्यक्षों ने भाग लिया। बैठक में मंडल रेल प्रबंधक, खड़गपुर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। महाप्रबंधक ने यात्रियों के साथ-साथ रेलवे प्रतिष्ठानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रकार के एहतियाती कदम उठाने पर जोर दिया। उन्हों कहा कि रेलवे ब्रिज, ट्रैक, यार्ड और सिग्नलिंग सिस्टम पर कड़ी नजर रखी जा रही है।पानी और किनारे की नालियों से साफ किया गया। राज्य सरकार के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखा है। अधिकारियों,सभी डीजी सेट, डीजल पंप, अर्थ मूविंग उपकरण आदि तैयार रखे हैं, गश्ती दल और चौकीदारों की प्रतिनियुक्ति कर संवेदनशील स्थानों पर गश्त शुरू की है। महत्वपूर्ण स्थानों पर उखड़े पेड़ों को काटने के लिए टीमों को अलर्ट किया है। ट्रैक अनुरक्षण आरक्षित सामग्री के पर्याप्त मात्रा में स्टॉक करने की व्यवस्था की है। एसईआर का अतिरिक्त नियंत्रण कक्ष और आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ खोला जाएगा, चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयारी की जा रही है।