योजनाओं के शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्ति के लिए करें समन्वित प्रयास-सांसद श्रीमती गोमती सायसांसद की अध्यक्षता में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक संपन्न
रायगढ़- सांसद श्रीमती गोमती साय की अध्यक्षता में आज जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में सांसद श्रीमती गोमती साय ने कहा कि शासन द्वारा जो योजनाएं प्रारंभ की जाती है, उससे लोगों को लाभान्वित करने का दायित्व प्रशासन का होता है। अत: पूरी गंभीरता से योजनाओं का क्रियान्वयन करें और शत-प्रतिशत लक्ष्य की प्राप्ति के लिए समन्वित प्रयास करें ताकि अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे।
सांसद श्रीमती साय ने बैठक में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की प्रगति तथा पिछले वर्ष की तुलना में वर्तमान लक्ष्य की प्राप्ति की जानकारी ली। स्वच्छ भारत अभियान, एनआरएलएम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना अंतर्गत अब तक की प्रगति की जानकारी ली। सांसद श्रीमती साय ने कहा कि जल जीवन मिशन अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है इसमें प्रत्येक घरों तक नलों के माध्यम से स्वच्छ जलापूर्ति किया जाना है इस कार्य में गुणवत्ता व समय-सीमा का पूरा ध्यान रखेंं। उन्होंने दूर बसाहट वाली जगहों में सौर ऊर्जा के माध्यम से जलापूर्ति का काम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने रायगढ़ से घरघोड़ा व धरमजयगढ़ सड़क मार्ग की उन्नयन के बारे में जानकारी ली। पी.डब्ल्यूूडी के अधिकारी ने बताया कि जामपाली से घरघोड़ा तक 19 कि.मी.के लिए 42 करोड़ की राशि मिल चुकी है। साथ ही रायगढ़ से घरघोड़ा मार्ग के लिए 93 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया है। जिसकी अंतिम स्वीकृति भी जल्द मिलने जा रही है। जिसके पश्चात कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने पूरी गुणवत्ता के साथ सड़क निर्माण कार्य जल्द करने के निर्देश दिए। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, प्रधानमंत्री उज्जवला योजना (गैस कनेक्शन), प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय बागवानी मिशन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के खनिज विकास निधि से जिले में किये गये कार्यों की प्रगति की भी विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन व आगामी संभावित लहर से निपटने की गई तैयारियों की समीक्षा की।बैठक में कलेक्टर भीम सिंह ने बताया कि खनिज न्यास निधि से मुख्यत: स्वास्थ्य, शिक्षा व सुपोषण के लिए कार्य किया जा रहा है। जिले में पिछले एक साल में कुपोषण दर में 10 प्रतिशत की कमी आयी है। इसी प्रकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में सभी सीएचसी को अपग्रेड किया जा रहा है। धरमजयगढ़ सीएचसी को मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के रूप में उन्नयन किया जा रहा है। वहां स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की पोस्टिंग की जाएगी। जिससे धरमजयगढ़ के साथ आसपास के ग्रामीण इलाकों के लोगों को वहां बेहतर इलाज की सुविधाएं मिल सके। साथ ही सभी विकासखण्डों में पोषण पुनर्वास केन्द्र बनाए जा रहे है। इसके साथ ही ग्रामीण आजीविका संवर्धन की दिशा में व्यापक कार्य किये जा रहे है। इसी के साथ कोविड वैक्सीनेशन में भी रायगढ़ जिला अग्रणी रहा है। प्रदेश में सबसे पहले शत-प्रतिशत लक्ष्य के अनुसार पहली डोज लगाई जा चुकी है। दूसरी डोज लगाने का काम भी तेजी से हो रहा है। उन्होंने आगे बताया कि महिलाओं में माहवारी स्वच्छता को बढ़ावा देने पावना अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत गांवों में स्वच्छता सखी नियुक्त की गई है, जो महिलाओं को माहवारी के संबंध में जागरूक करने के साथ ही सेनेटरी नेपकिन उपलब्ध करायेगी। इसके लिए धरमजयगढ़ के खम्हार में सेनेटरी नेपकिन प्रोडक्शन यूनिट लगाया गया है जिसका संचालन महिला समूह द्वारा किया जा रहा है।बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष निराकार पटेल, महापौर श्रीमती जानकी काटजू, समिति के सदस्य और सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, सहित कृषि, उद्यानिकी, जिला पंचायत तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।