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किसान आंदोलन के चार महीने पूरे, शाम 6 बजे तक भारत बंद का एलान, जानें किसे मिली है छूट

किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर आज सुबह 6 बजे से किसान मोर्चा ने भारत बंद का एलान किया है. यह बंद शाम 6 बजे तक चलेगा. इस दौरान कई जरूरी सेवाओं को छूट दी गई है.

नई दिल्लीः तीनों कृषि कानून रद्द किए जाने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमा पर डटे किसानों का आज चार महीना पूरा हो गया है. चार महीना पूरा होने के बाद किसान संगठनों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है. बंद के कारण देश के कई हिस्सों में आज रेल और सड़क परिवहन प्रभावित हो सकता है. भारत बंद का असर बाजारों पर भी दिखाई दे सकता है. संयुक्त किसान मोर्चे के मुताबिक भारत बंद आज सुबह छह बजे से शुरू हो गया जो कि शाम छह बजे तक जारी रहेगा. यह बंदी किसान आंदोलन के चार महीने पूरे होने पर किए जा रहे हैं.

किसान मोर्चा के नेता दर्शनपाल ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा कि बंद के दौरान सब्जियों और दूध की आपूर्ति भी रोकी जाएगी. मोर्चे ने एक बयान में कहा, ”संपूर्ण भारत बंद के तहत सभी दुकानें, मॉल, बाजार और संस्थान बंद रहेंगे. सभी सड़कों को जाम किया जाएगा और ट्रेनों के परिचालन पर रोक लगाई जाएगी. एंबुलेंस और अन्य आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं बंद रहेंगी.”


क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद?

किसान मोर्चा ने कहा कि पूर्ण भारत बंद के तहत सभी दुकानें, मॉल, बाजार और संस्थान बंद रहेंगे. तमाम छोटी-बड़ी सड़कें और ट्रेनें जाम की जाएगी. एम्बुलेंस व अन्य आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेवाएं बंद रहेंगी. दिल्ली के अंदर भी भारत बंद का प्रभाव रहेगा.

किसान मोर्चा ने अपील की है कि बंदी के दौरान आंदोलकारी शांति बनाए रखें और कोई भी गलत कदम न उठाएं. राजेवाल ने कहा कि संगठित और असंगठित क्षेत्र से जुड़ी ट्रेड यूनियनों और परिवहन एवं अन्य संगठनों ने ‘भारत बंद’ के किसानों के आह्वान को अपना समर्थन दिया है.

CAIT बंद में शामिल नहीं

देश में आठ करोड़ व्यापारियों के प्रतिनिधित्व का दावा करनेवाली ‘कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स’ ने कहा है कि हमलोग भारत बंद के शामिल नहीं हो रहे हैं. संगठन के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा, ”हम कल भारत बंद में शामिल नहीं हो रहे हैं. दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में बाजार खुले रहेंगे. जारी गतिरोध का समाधान केवल वार्ता प्रक्रिया से किया जा सकता है. कृषि कानूनों में संशोधन पर चर्चा होनी चाहिए जो मौजूदा कृषि को लाभ योग्य बना सकते हैं.”

किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि ‘भारत बंद’ का बड़ा प्रभाव हरियाणा और पंजाब में होगा. उन्होंने कहा कि चुनावी राज्यों-तमिलनाडु, असम, पश्चिम बंगाल, केरल और पुडुचेरी के लोगों से बंद में शामिल नहीं होने की अपील की गई है.

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