नवीन शाला संकुल व्यवस्था अंतर्गत जिले में 236 सीएससी का हुआ चयन

नवीन शाला संकुल व्यवस्था अंतर्गत जिले में 236 सीएससी का हुआ चयन

राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर द्वारा समग्र शिक्षा प्रारंभिक/स्थापना/2020-21 द्वारा नवीन संकुल केन्द्रों की स्वीकृति पश्चात संकुल प्रभारी/संकुल समन्वयकों के चयन एवं कार्य हेतु आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए थे। कलेक्टर एवं पदेन जिला मिशन संचालक समग्र शिक्षा के माध्यम से अनुमोदन उपरांत रायगढ़ जिले में अब तक पात्रताधारी कुल 236 सीएससी का नियमानुसार चयन किया जा चुका है तथा शेष 112 संकुलों में सीएससी के नियमानुसार चयन हेतु पुन: प्राचार्य के अभिमत के साथ, बीईओ के माध्यम से आवेदन मंगाए गए हैं।
रायगढ़ जिले में पुराने संकुलों की संख्या 168 थी। शाला संकुल व्यवस्था का विकेंद्रीकरण करते हुए वर्तमान नवीन शाला संकुल व्यवस्था अंतर्गत 180 नवीन संकुल बनाए गए हैं, जिसमें प्रत्येक संकुल अंतर्गत 7 से 10 विद्यालय सम्मिलित होंगे। उल्लेखनीय है कि रायगढ़ जिले में वर्तमान में कुल संकुलों की संख्या 348 हो गई है। नवीन व्यवस्था अंतर्गत जिले के कुल 348 संकुलों में जिन 236 सीएससी का चयन किया गया है, उनमें से 106 पूर्व सीएससी हैं, जो निर्धारित व अपेक्षित पात्रता रखते हैं तथा 130 नवीन सीएससी का चयन किया गया है। कलेक्टर भीम सिंह के कुशल निर्देशन में नवीन शाला संकुल व्यवस्था अंतर्गत संकुल प्रभारी/ संकुल समन्वयक चयन प्रक्रिया में रायगढ़ जिला प्रथम है।
नोडल स्कूल के प्राचार्य ही होंगे संकुल प्रभारी
नवीन शाला संकुल व्यवस्था के अंतर्गत 01 मार्च 2021 से सभी नोडल स्कूल के प्राचार्य ही संकुल प्रभारी के रूप में कार्य संपादित करेंगे। पूर्व में कार्यरत संकुल प्रभारी समस्त वित्तीय एवं अकादमिक दस्तावेज प्रभार नवीन संकुल प्रभारी(प्राचार्य) को विधिवत सौंपकर जिला शिक्षा अधिकारी को सूचित करेंगे।
क्या होंगे संकुल प्रभारी एवं संकुल समन्वयकों के दायित्व
संकुल समन्वयक अपनी पदांकित शाला में न्यूनतम 03 काल खंडों का अध्यापन करते हुए उच्च कार्यालयों के निर्देशों का पालन करेंगे, शाला संकुल में शैक्षणिक कैलेंडर का निर्धारण कर समय बद्ध परिपालन सुनिश्चित करेंगे, बच्चों में लर्निंग आउटकम की नियमित रूप से ट्रैकिंग, उपचारात्मक शिक्षण हेतु आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन में सहयोग करना, सामुदायिक सहयोग से शाला में संसाधन लाने हेतु आवश्यक प्रयास करना, शाला कोष/यू डाइस/ यूडीएस प्रणाली में आंकड़ों का निर्धारित समय में अद्यतीकरण, संकुल प्रभारी शिक्षण प्रशिक्षण की आवश्यकता का अध्ययन कर जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से सम्बद्ध डाइट से समन्वय कर प्रशिक्षण के आयोजन में आवश्यक सहयोग, शाला प्रबंधन समितियों के सदस्यों का समय समय पर क्षमता विकास कर उन के माध्यम से शाला प्रबंधन में आवश्यक सहयोग लेना, अप्रवेश एवं शाला त्यागी विद्यार्थियों को शिक्षा की मूल धारा से जोडऩे हेतु आवश्यक प्रयास, विद्यार्थी हितग्राही मूलक शासकीय योजनाओं का समय-समय पर शत-प्रतिशत क्रियान्वयन, विद्यार्थियों की समय पर नियमित उपस्थिति के संबंध में प्रतिवेदन करना, मध्यान्ह भोजन योजना अंतर्गत मेनू अनुसार भोजन की उपलब्धता एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करना, उच्च कार्यालय द्वारा दिए गए आवश्यक शैक्षणिक एवं अकादमिक निर्देशों का परिपालन, नवीन संकुल का बचत खाता संकुल केन्द्र्र के नाम से प्रारंभ कर संकुल समन्वयक एवं संकुल प्रभारी के संयुक्त हस्ताक्षर से खाता का संचालन करना तथा संबद्ध समस्त पंजियों का पृथक से संधारण करना, संकुल अंतर्गत उपलब्ध समस्त संसाधनों का संकुल के पूरे शालाओं में उपयोग, किसी दिवस शिक्षक की कमी होने पर संकुल के अंतर्गत अन्य संस्था से तात्कालिक/वैकल्पिक व्यवस्था, जैसे अन्य निर्देशित कार्यों का संपादन सुनिश्चित करना इनके दायित्व रहेगा….



