किसान हिंसा में घायल पुलिसकर्मियों से मिलने पहुंचे गृह मंत्री अमित शाह, बढ़ाया हौसला
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस (Republic Day) के मौके पर किसान ट्रैक्टर परेड (Farmers Tractor P arade) के दौरान हुई हिंसा में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल पुलिस कर्मियों का इलाज अस्पताल में चल रहा है। उपद्रव में घायल हुए पुलिसकर्मियों का हालचाल जानने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने आज उत्तरी दिल्ली के दो अस्पतालों का दौरा किया। इस दौरान गृह मंत्री ने घायल हुए पुलिसकर्मियों से हाल पूछा व उनको सांत्वना देने के साथ ही उनकी हौसला अफजाई भी की।
सबसे पहले अमित शाह ने सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिस कर्मियों से मुलाकात की।
Delhi: Union Home Minister Amit Shah meets Police personnel – injured in the violence during farmers' tractor rally on January 26th – at Sushruta Trauma Centre, Civil Lines. pic.twitter.com/6AL9ENuM09
— ANI (@ANI) January 28, 2021
घायल पुलिसकर्मियों से मिलेंगे अमित शाह
इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिसकर्मियों का हालचाल जानने के लिए दो अस्पतालों का दौरा करेंगे। 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिस कर्मियों को भर्ती कराया गया है।
Union Home Minister Amit Shah (file photo) to visit two hospitals where police personnel injured in the violence during farmers' tractor rally on January 26 have been admitted in north Delhi. pic.twitter.com/dR1m1ZskBq
— ANI (@ANI) January 28, 2021
घायल पुलिस कर्मियों से मिले अधिकारी, बंधाया ढाढस
बता दें कि उपद्रव में घायल सभी पुलिस कर्मियों को लाल बहादुर अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जिनमें से कुछ पुलिस कर्मियों को उपचार के बाद छ्ट्टी दे दी गई थी व कुछ पुलिस कर्मियों को भर्ती किया गया था। वहीं पश्चिमी क्षेत्र की ज्वाइंट सीपी शालिनी सिंह भी बुधवार को उपद्रव में घायल पुलिस कर्मियों का हाल लेने के लिये पहुंची उन्होंने घायल पुलिस कर्मियों से उनकी तबीयत पूछी व उनसे बात कर उनका हौसला बढ़ाया उन्होने पुलिसकर्मियों के द्वारा ऐसे आपात समय में भी संयम बरतने पर उनकी प्रशंसा भी की।
दोनों पुलिस अधिकारियों के अपने जिलों में उपद्रव के दौरान घायल पुलिस कर्मियों का हाल जानने के लिये पहुंचने से घायल पुलिस कर्मियों को राहत मिली। शालिनी सिंह ने कहा कि यह दुर्भागय पूर्ण है पुलिस कर्मियों पर हमला करने वाले दोषियों की पहचान की जा रही है। उनके खिलाफ मामला दर्ज कर उन्के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाही की जाएगी।
किसान नेताओं पर FIR
राजधानी दिल्ली में किसान ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा में गृह मंत्रालय द्वारा सख्त रुख अपनाए जाने के बाद दिल्ली योगेन्द्र यादव, राकेश टिकैत,दर्शन पाल सिंह, पन्नू आदि मुख्य अभियुक्त पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस ने ट्रैक्टर परेड के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) पर साइन करने वाले सभी किसान नेताओं के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। जिन किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है उनमें हरपाल सिंह, बूटा सिंह,डा.दर्शन पाल ,राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, वीएम सिंह, विजेंदर सिंह, विनोद कुमार, राजेंद्र सिंह, बलवीर सिंह राजेवाल, जगतार बाजवा, जोगिंदर सिंह उगराहां और मेघा पाटेकर मुख्य रुप से हैं।
देर रात दिल्ली पुलिस ने दर्शनपाल को नोटिस जारी कहा कि हिंसा को लेकर क्यों न आपके खिलाफ कार्रवाई की जाए। दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्ताव ने बुधवार को ने कहा है कि एक सुनियोजित साजिश के तहत किसान नेताओं ने भड़काऊ भाषण देकर लोगों को उकसाया और प्लांनिग के तहत राजधानी में हिंसा की।
41 पुलिस कर्मी घायल
ट्रैक्टर परेड की आड़ में गणतंत्र दिवस पर उपद्रवियों ने जो शर्मशार करने वाली हरकत की उसे ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी भूल नहीं सकते। पूर्वी जिला में उपद्रवियों के हमले में 41 पुलिस कर्मी घायल हो गए। उपद्रवियों ने पुलिस कर्मियों को ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश की, उनपर लाठी डंडो व तलवारों से हमले किए गए।
200 से ज्यादा लोग हिरासत में
लाल किले पर झंडा फहराना भी नेताओं की साजिश का हिस्सा था। इसी संबंध में दिल्ली पुलिस ने लूट, हत्या, डकैती, जान से मारने की कोशिश और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में 35 एफ आई आर दर्ज की है। जिनमें 72 लोगों को अब तक नामजद किया गया है। इनमें से 23 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जबकि 200 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए गए हैं।
31 जनवरी तक दिल्ली हाई अलर्ट मोड पर
बताया गया है कि मंगलवार को हुई हिंसा में 394 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिनमें 12 पुलिसकर्मी आईसीयू में भर्ती है। पुलिस का कहना है कि किसान नेताओं की की आड़ में जिस तरह उपद्रवियों ने हिंसा की है उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय अमित शाह ने दोपहर 3:00 बजे आईबी चीफ, दिल्ली सिटी के साथ बैठक की जिसके बाद उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई के लिए निर्देश जारी किए गए। जारी निर्देश के साथ दिल्ली को 31 जनवरी तक अलर्ट मोड पर रखा गया है और सुरक्षा कारणों से कई रूट बंद कर दिए गए हैं।