ओडिशा: दो सहायक नर्सों ने की आत्मदाह की कोशिश, स्थायी नौकरी की है मांग
नौकरी नियमित करने की मांग को लेकर 18 दिन से यहां धरने पर बैठीं दो सहायक नर्स दाइयों (एएनएम) ने मंगलवार को आत्मदाह की कोशिश की। पुलिस ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि दोनों ने अपने शरीर पर मिट्टी का तेल डाला और माचिस से आग लगाने ही वाली थीं कि साथी आंदोलनकारियों ने उन्हें रोक लिया। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
आत्मदाह करने की कोशिश करने वाली एक महिला रितुप्रज्ञान साहू ने कहा कि हम 18 दिन से धरने पर हैं और नौकरी नियमित करने की मांग कर रहे हैं। सरकार ने हमारी उचित मांग को अनसुना कर दिया है, इसलिए हमारे पास खुद की जान लेने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
उसने कहा कि उन्हें निजी अस्पतालों में काम करने के लिए हर महीने सात से आठ हजार रुपये मिलते हैं। लेकिन उन्होंने राज्य सरकार के कोविड देखभाल केंद्रों और कोविड देखभाल गृहों में सेवाएं देने के लिए नौकरी छोड़ दी।
साहू ने कहा कि राज्य में नए कोविड-19 रोगियों की संख्या में कमी आने के बाद उन्हें सेवा से अलग कर दिया गया। करीब 1,000 एएनएम में से कुछ ने प्रदर्शन स्थल पर भूख हड़ताल शुरू कर दी है और इनमें से कुछ की हालत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।