छत्तीसगढ़रायगढ़

सभी मेडिकल स्टाफ अपने मुख्यालयों में रहे-कलेक्टर भीम सिंह

अस्पतालों में उपस्थिति की आकस्मिक जांच करेंगे एसडीएम, अनुपस्थित पाये जाने पर होगी बर्खास्तगी की कार्यवाही
जिले में स्वास्थ्य सुविधा कैसे बेहतर हो इसके प्रयास होने चाहिये
जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक संपन्न

रायगढ़ । कलेक्टर भीम सिंह की अध्यक्षता में आज जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में सर्वप्रथम कोरोना संक्रमित पाये गये व्यक्तियों के कांटे्रक्ट टे्रसिंग में तत्परता बरतने के निर्देश कलेक्टर सिंह ने दिये। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में एक व्यक्ति के पॉजिटिव पाये जाने पर उसके संपर्क में आने वाल कम से कम 7-8 व्यक्तियों की सेंपल जांच की जाये। उन्होंने कहा कि कोरोना के मरीजों की संख्या में कमी अवश्य आयी है परंतु कोरोना समाप्त नहीं हुआ है अधिक से अधिक व्यक्तियों के सेंपलों की जांच कर और पॉजिटिव मरीजों की पहचान कर हम कोरोना का फैलाव रोक सकते है।

 
कलेक्टर सिंह ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार और आम नागरिकों को चिकित्सा का लाभ समय पर मिले यह आवश्यक है उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं पर राज्य शासन द्वारा बहुत बड़ी राशि व्यय की जा रही है और जिले के सीएचसी/पीएचसी में भवनों के उन्नयन तथा मेडिकल उपकरणों की खरीदी के लिये डीएमएफ से भी राशि उपलब्ध करायी गई है। अत: इन सुविधाओं का लाभ आम नागरिकों को मिलना चाहिये। अस्पताल परिसर स्वच्छ रहे, वहां स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो, बेडशीट, तकिया कव्हर साफ-सुथरे हो, शौचालयों की नियमित साफ-सफाई होनी चाहिये जिससे मरीजों को इलाज के साथ खुशहाली का अनुभव हो। इन सबके बावजूद मरीजों तथा उनके परिजनों के प्रति डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ का मर्यादित व्यवहार सर्वाधिक  महत्वपूर्ण है।

कलेक्टर सिंह ने कहा कि शासन द्वारा बीपीएल और एपीएल कार्डधारी व्यक्तियों को पात्रता अनुसार स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ सुनिश्चित करावे। उन्होंने कहा कि सभी शासकीय अस्पतालों और निजी चिकित्सालयों में गरीब मरीजों को शासन द्वारा राशन कार्ड के माध्यम से इलाज की सुविधा मिलनी चाहिये और जो निजी अस्पताल शासन के आदेशों के बावजूद गरीबों को बीमा लाभ उपलब्ध नहीं करा रहे है उन्हें पत्र जारी करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिये।

कलेक्टर सिंह ने सभी डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ को अपने मुख्यालय में निवासरत रहने को कहा और उनके उपस्थिति के लिये सभी शासकीय अस्पतालों में बायोमेट्रिक प्रणाली से अटेंडेन्स संधारित करने के निर्देश दिये। अस्पतालों में कर्मचारियों एवं डॉक्टरों की उपस्थिति की आकस्मिक जांच संबंधित क्षेत्र के एसडीएम द्वारा की जायेगी और जो कर्मचारी अनुपस्थित पाये जायेंगे उनकी सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि हमें यह प्रयास करना होगा कि जिले की स्वास्थ्य सेवा कैसे बेहतर हो सके। जिले में सभी सीएचसी में ब्लड बैंक तथा ब्लड सुरक्षित रखने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

कलेक्टर सिंह ने कैलेण्डर वर्ष में घोषित स्वास्थ्य सुविधाओं के दिन डॉक्टर्स डे, डायबिटिक डे, ब्लड डोनेशन डे, हृदय रोग डे जैसे दिवस पर स्वास्थ्य संबंधी कैम्प आयोजित करने के निर्देश दिये। उन्होंने शासकीय अस्पतालों में कम प्रसव कराये जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि ग्रामीण लोग बहुत उम्मीद से शासकीय अस्पतालों में आते है। अत: अस्पतालों में उपस्थित स्टाफ को सुरक्षित प्रसव कराने के प्रयास करने चाहिये और बच्चों के टीकाकरण की नियमित व्यवस्था करने के निर्देश दिये कोई भी बच्चा टीकाकरण से वंचित नहीं रहना चाहिये।

कलेक्टर सिंह ने मुख्यमंत्री हाट-बाजार योजना की समीक्षा करते हुये कहा कि जिन स्थानों पर हाट-बाजार प्रारंभ हो गये है उन स्थानों पर मेडिकल टीम उपलब्ध रहे और निर्धारित सभी जांच की सुविधा ग्रामीणों को मिले यह सुनिश्चित करें। उन्होंने मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की भी समीक्षा की और जिले के सभी क्षेत्रों में उपलब्ध 102 और 108 एम्बुलेंस के उपलब्धता के बारे में भी जानकारी ली और कहा कि जिन क्षेत्रों में एम्बुलेंस की कमी है वहां शीघ्र ही नई एम्बुलेंस प्रदान की जायेगी। एम्बुलेंस क्रय करने की कार्यवाही मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को शीघ्र पूरी करने के निर्देश दिये।

समीक्षा के दौरान सीईओ जिला पंचायत सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एस.एन.केशरी सहित जिले के सभी बीएमओ तथा स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे।

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