अविनाश सिंह @अकलतरा। 21 जुलाई 2024 दिन- रविवार, आषाढ़ पूर्णिमा के दिन अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम पोंडी दल्हा के द्वारा गुरु पूर्णिमा पर्व को पोंडी दल्हा में हज़ारों भक्तों के बीच भक्तिमय वातावरण में मनाया गया। औघड़ पीर पर्व के रूप में मनाये जाने वाले इस पर्व की शुरुआत प्रातः पांच बजे प्रभात फेरी से की गयी। आश्रम के भक्तों एवं श्रद्धालुओं ने परिसर में सफाई एवं श्रमदान किया। आश्रम परिसर में अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम का ध्वजारोहण किया गया एवं सफलयोनि का पाठ हुआ।
अघोर पीठ जन सेवा अभेद आश्रम के अध्यक्ष परम पूज्य बाबा कापालिक धर्म रक्षित राम जी अपने आसन पर सुबह 11:30 बजे विराजमान हुए और दर्शन-पूजन का कार्यक्रम की शुरुआत हो गई, जो दिन के 01:45 बजे तक चली। गुरु दर्शन के लिए हज़ारों लोगों ने आश्रम परिसर में आए और गुरूदर्शन का लाभ लिया। गुरु दर्शन के कार्यक्रम के साथ ही आश्रम स्थित अघोर चिकित्सालय अस्पताल में विभिन्न क्षेत्र के ख्याति प्राप्त चिकित्सको ने अपनी सेवाएँ दी। इसके बाद फिर रात्रि के ग्यारह बजे तक प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चला। इस कार्यक्रम के संचालन और सुरक्षा में आश्रम के स्वयं सेवकों के साथ ग्राम पोड़ी दल्हा के हाई स्कूल के छात्र- छात्राओं का, थाना अकलतरा एवं यातायात विभाग जाँजगीर का भी योगदान सराहनीय रहा।
सायंकाल को हुई युवा एवं महिला गोष्ठी में देश प्रदेश के गांवों नगर शहर से आए भक्तों को आशीर्वाद देते हुए संस्था के अध्यक्ष परम पूज्य कापालिक धर्म रक्षित राम जी ने अपने सम्बोधन में कहे कि समाज को अध्यात्म का अघोर याने जो कठिन न हो बिल्कुल व्यवहारिक और सरल मार्ग बतलाया।
परम पूज्य बाबा जी ने लोगों यह संदेश दिया कि -“ईश्वर ने कोई जाति,धर्म,समुदाय,भाषा आदि नहीं बनाया है। उसने हमें मनुष्य बना कर मनुष्यता के आचरण निमित्त इस लोक में भेजा है। यथार्थ में हमारी मूल जाति मानव जाति है एवं हमारा धर्म मानवता निर्वाह है। हम इस जाति – पांती में बंटकर, वर्तमान में हम इंसानियत से अपनी मानवता से बहुत दूर चले गये हैं। उन भावनाओं को और विचारों को हमें त्याग ही नहीं करना है। उसे पूरी तरह से जान और जी लगाकर उखाड़ फेंकना है। हम मनुष्य हैं। मनुष्य की कोई जाति नहीं है।मनुष्य की मनुष्य ही जाति है। परम पूज्य कापालिक बाबा जी ने कहा सिर्फ मनुष्य बनें एवं मन, वचन तथा कर्म से मनुष्यता का निर्वाह करें। हिन्दू, मुस्लिम,सीख, ईसाई, बौद्ध,जैन, ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य आदि बनना आसान है किन्तु सच्चे अर्थ में मनुष्य बनना कठिन है।इस युग तथा काल की पुकार है- कि हम अपनी मौलिक जाति’ मनुष्य जाति ‘ को भली भांति पहचानें एवं सचेत हो कर अपने मौलिक धर्म ‘मानवता’ का निर्वाह करें।
निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का लोगों मिला लाभ
गुरु पूर्णिमा के पर संस्था की ओर से सुबह नि:शुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया।आश्रम के व्यस्थापक गोपाल राम जी ने अवधूत भगवान राम के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलित कर स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इसमें काफी उत्साह देखने को मिला। बड़ी संख्या में ग्रामीण एवं शहरवासियों ने स्वास्थ्य लाभ लिया। चिकित्सकों को दिखाने के लिए कतार लगी रही। लोग अपनी बारी का इंतजार करते दिखे। शिविर में करीब 743 लोगों ने स्वास्थ्य लाभ लिया।शिविर सुबह 10 से 4 बजे तक चला। किम्स अस्पताल बिलासपुर के डॉक्टर वाई आर राजशेखर कृष्णा- ऑर्थो स्पाइन सर्जन, डा. श्रीकेश गुप्ता, डाक्टर दयामणि साहू, बघेल अस्पताल के डॉ. पारुल भागवत, डॉ. प्रिंस जॉय, डॉ. अंबिकेश साहू (मेडिसिन) बाल रोग विशेषज्ञ और गहन चिकित्सा विशेषज्ञ, डॉ. संतोष मोदी रेडियोलॉजी और मेडिसिन (कार्डियोलॉजी और मधुमेह)
डॉ. पुष्पेंद्र सरवा (लैप्रोस्कोपिक सर्जन) चिकित्सकों ने बारी-बारी से मरीजों की जांच कर परामर्श दिया तथा निःशुल्क की दवा वितरण में सहयोग किया।
कार्यक्रम के अंत में अम्बिकापुर से आए डाक्टर कृष्ण मोहन पाठक ने आभार प्रदर्शन किया।