रायगढ़ जिले के ग्राम दर्री,राजपुर में सड़क नहीं होने से लोगों को भारी परेशानी हो रही है. लोगों का कहना है कि सड़क के लिए हम अधिकारियों और नेताओं से कई बार गुहार लगा चुके हैं. लेकिन किसी ने हमारी समस्या पर गंभीरता से विचार नहीं किया है.
खरसिया। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में एक गांव ऐसा है, जहां पर पहुंचने के लिए सड़क ही नहीं है.भुपदेवपुर स्टेशन से कच्ची पगडंडी नुमा नहर के किनारे रास्ता बना हुआ है.जिसे समय के डामरीकरण तो कर दिया गया है.परन्तु ओ भी जर्जर अवस्था में हो चला है .अधिकारी हों या राजनेता सभी से ग्रामीण रास्ते के लिए कई बार फरियाद लगा चुके हैं लेकिन किसी ने अभी तक सुनवाई नहीं हुई है. हाल ये है कि बारिश के दिनों में लोगों का घरों से निकलना दूभर हो जाता है. अगर कोई व्यक्ति बीमार हो जाए तो और भी दिक्कतें बढ़ जाती हैं.
लोगों को नहीं मिल पाता इमरजेंसी सुविधाओं का लाभ
युवक का दर्द लाज़मी है एक तरफ एनएच 49 तो दूसरी तरफ स्टेट हाइवे 200 सड़क को आपस में जोड़ने वाली सड़क नहर के मेड़ को तत्कालीन समय में साइकिल मोटर साइकिल आवाजाही करते चले आ रहे थे समय और भौतिक सुख सुविधा के युग में सड़क के लिए तरस रहे लोग चिंता का बिषय है .यहां के ग्रामीण सालों बाद भी चमचमाती सड़क के इंतजार में हैं. लोगों का कहना है कि चौड़ी सड़क नहीं होने से गांव का विकास रुका हुआ है, बरसात में आवागमन लगभग ठप हो जाता है, बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं. गांव के किसान अपनी फसलों को बाजार नहीं पहुंचा पाते हैं. साथ ही किसी बीमार व्यक्ति के इलाज या गर्भवती महिला को डिलीवरी के लिए अस्पताल ले जाना भी मुश्किल होता है. सड़क की वजह से ही हमें कई परेशानी उठाना पड़ता है