विभिन्न अंचल से आये सताधिक बेटियों से सीखी आत्मरक्षा के गुर
रायगढ़ । रायगढ़ जिले के एकमात्र गुरुकुल परंपरा से संचालित होने वाले श्री श्री मल्लिका चतुर्भुज आर्ष गुरुकुल आश्रम तुरंगा (पुसौर) में आर्य समाज के नीति नियमों को आत्मसात करते हुए अनेक कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं। इसी क्रम में बालिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिए रानी पद्मिनी व्यक्तित्व विकास शिविर का आयोजन दिनांक 23 मई से 29 मई 2024 तक रखा गया था। प्रांतीय आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान एवं आर्य वीर दल छत्तीसगढ़ के मुखिया डॉ. रामकुमार पटेल के निर्देशन में गुरुकुल के युवा संचालक आचार्य राकेश जी के अथक प्रयास तथा गुरुकुल के कोषाध्यक्ष घनश्याम पटेल के संयोजन में सप्ताह भर चले शिविर में रायगढ़, सक्ती, सारंगढ़ खरसिया से लेकर अम्बिकापुर अंचल से 80 छात्राओं के अतिरिक्त आस पास के बेटियों भी ने सहभागिता निभाई। व्यायाम शिक्षक राजेंद्र आर्य, कीर्तिपाल आर्य, साहिल आर्य, कार्तिक आर्यों, दिव्या शिखा (डिंपल), गायत्री निषाद के निरंतर परिश्रम से छात्राओं को सर्वांग सुंदर व्यायाम, भूमि नमस्कार, सूर्य नमस्कार, कराटे, कुंगफू, लाठी चलाना, लेजियम डंपल सहित आत्मरक्षा हेतु कई विधाओं का प्रशिक्षण दिया गया। प्रतिदिन विशेष आमंत्रित विद्वतजनों द्वारा बौद्धिक ज्ञान भी दिया गया।
शिविर के अंतिम दिवस संध्या काल में
समापन समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि प्रांतीय आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान डॉ. रामकुमार पटेल, एनएसएस के जिला संगठक भोजराम पटेल, विश्व हिंदू परिषद रायगढ़ के जिला संयोजक बजरंग अग्रवाल, समाजसेवी कन्हैयालाल पटेल, माता मल्लिका चतुर्भुज, किरण दूत समाचार पत्र के संपादक प्रेम नारायण मौर्या , समाजसेवी चक्रधर पटेल, शिक्षक हेमचंद्र गढ़तिया, आचार्य रणवीर, रामकुमार गुप्ता की उपस्थिति में शिविरार्थी छात्राओं द्वारा आत्मरक्षा के विधाओं का भव्य प्रदर्शन किया गया तत्पश्चात आचार्य राकेश ज द्वारा शिविर के गतिविधियों व उद्देश्यों की जानकारी के साथ सहयोगियों का परिचयात्मक उद्बोधन देते हुए अतिथियों को वक्तव्य हेतु आमंत्रित किया सर्वप्रथम आचार्य रणवीर ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में आयोजन की सराहन करते हुए प्रतिभागी बालिकाओं के पालकों को उनकी आस्था के लिए धन्यवाद दिया। सभी मंचस्थ्य अतिथियों ने संस्था प्रमुख आचार्य राकेश के प्रयासों की प्रशंसा की तथा आने वाले समय में सभी बच्चों के उत्तरोत्तर उन्नति हेतु आशीर्वाद प्रदान किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. रामकुमार पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस तरह के आयोजनों से बेटियों में उत्साह ऊर्जा का संचार होता है, भीषण गर्मी और प्रतिकूल मौसम के बावजूद आपने प्रशिक्षण में भाग लेकर अपनी समर्पण भाव का प्रदर्शन किया यह प्रसन्नता का विषय है। डॉ. पटेल ने शिविर में शामिल छात्राओं के माता -पिता को भी विशेष रूप से धन्यवाद दिया जिन्होंने इस शिविर में अपनी बेटियों को भेजकर उनको व्यक्तित्व निर्माण के लिए प्रेरित किया। एनएसएस के जिला संगठक एवं प्राचार्य तारापुर भोजराम पटेल ने अपनी ओजस्वी एवं काव्यमयी उद्बोधन में बेटियों की महत्ता एवं मातृसत्ता की महिमा का बखान किया वहीं इस सफल आयोजन के लिए आचार्य राकेश जी तथा समस्त सहयोगियों को विशेष रूप से धन्यवाद दिया। आभार प्रदर्शन शिविर संयोजक घनश्याम पटेल द्वारा व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर शिविर के दौरा उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते वाली प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं प्रतिक चिन्ह देकर तथा उनके प्रशिक्षकों को साल एवं प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।
पूरे कार्यक्रम में संस्था के मुख्य सहयोगी जगन्नाथ प्रधान, दानदाता परिवार से डोलेश्वर गुप्ता व तेजराम गुप्ता, शिविर के सह संयोजक दुखनाशन आर्य, राजीव आर्य, कपिल शास्त्री, नगर पंचायत पुसौर के अध्यक्ष रितेश थवाईत, कसेर समाज पुसौर के अध्यक्ष अंशु साव, हरिहर नायक सुकुलभटली, विकास ट्रेडर्स के मुकेश अग्रवाल, रामकुमार गुप्ता, ईश्वर गुप्ता, किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष गौरांग साव, कंदगढ़ सरपंच फकीर चंद्र प्रधान, ज्ञान रंजन नायक, सीताकांत पुरी, किशोर बेहरा, भोजन व्यवस्था में सुमंत गुप्ता एवं उनके टीम, टेंट व्यवस्था जगबंधु गुप्ता, विभूतिभूषण नगरामुंडा,बंसी गुप्ता लारा, अशोक गुप्ता कोड़पाली, सुरेश बीसी, सुधांसु साहू छोटे हल्दी, ओम प्रकाश गुप्ता,हाराचंद प्रधान, विभूति गुप्ता तुरंगा,मंगलू प्रधान मचीदा, सानंद प्रधान सहित मचीदा एवं तुरंगा ग्राम के समस्त बंधुओ का सहयोग रहा।
बेटियों के प्रदर्शन से रोमांचित हुए लोग :
व्यक्तित्व विकास शिविर के दौरान छात्राओं द्वारा विभिन्न आत्मरक्षा के गुरु व शारीरिक प्रदर्शन को देखकर मंचस्थ अतिथि एवं ग्रामीण जन अत्यंत रोमांचित हुए जिन्होने अल्प समय में ही इतनी सारी चीजे बेहतर ढंग से सीखकर बेटियों ने अपना उत्कृष्ठ प्रदर्शन किया ।