रावत के बयान पर भड़का पाकिस्तान, कहा- विरोधी एजेंडा चलाकर करियर बनाने की कोशिश ना करें
इंटरनेशनल डेस्क: भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने शुक्रवार को एक डिजिटल सम्मेलन को संबोधित करते हुए चीन और पाकिस्तान जमकर निशाना साधा था। अब पाकिस्तान ने सीडीएस बिपिन रावत के दिए गए बयान को गैर-जिम्मेदाराना बताते हुए तीखी आलोचना की है।
पाकिस्तान ने कहा है रावत का पाकिस्तान विरोधी एजेंडा पाकिस्तान के बारे में उनकी गलत समझ के साथ-साथ उनकी राजनीतिकरण करने की आदत को भी दिखाता है। बिपिन रावत को पाकिस्तान विरोधी राजनीति करने के बजाय अपने प्रोफेशनल डोमेन पर फोकस रखना चाहिए। पाकिस्तान ने कहा, जनरल रावत का बयान आरएसएस-बीजेपी की सोच से मिलता-जुलता है जो अतिवादी हिंदुत्व और विस्तारवादी अखंड भारत की नीति को बढ़ावा देती है. ये दुखद है कि ये विचारधारा भारतीय सेना समेत वहां की संस्थाओं में भी प्रवेश कर चुकी है। पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सीडीएस की बयानबाजी भारत के आंतरिक और बाहरी मोर्चे पर की गई गलतियों से ध्यान नहीं भटका सकेगी। पाकिस्तान ने जनरल रावत को सलाह दी कि वो सैन्य क्षेत्र में ही सीमित रहें और पाकिस्तान विरोधी एजेंडा चलाकर करियर बनाने की कोशिश ना करें।
क्या है मामला
आपको बतां दे कि प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने शुक्रवार को पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद के मामले पर भी बात की और बताया कि भारतीय सशस्त्र बल इससे किस प्रकार निपट रहे हैं। उन्होंने सुरक्षा चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि परमाणु हथियारों से सम्पन्न पड़ोसियों (पाकिस्तान एवं चीन) के साथ लगातार टकराव के कारण क्षेत्रीय सामरिक अस्थिरता पैदा होने और उसके बढऩे का खतरा है। जनरल रावत ने कहा था कि भारत ने जिन दो देशों के साथ युद्ध लड़ा है, वे मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के लगातार छद्म युद्ध और भारत के खिलाफ दुष्ट बयानबाजी के कारण भारत और पाकिस्तान के संबंध और भी खराब हो गए हैं। जनरल रावत ने राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय की ओर आयोजित सम्मेलन में कहा था कि उरी हमले और बालाकोट में हवाई हमलों के बाद सर्जिकल हमलों ने कड़ा संदेश दिया है कि पाकिस्तान अब नियंत्रण रेखा के पार आतंकवादियों को भेजने के बाद बच नहीं सकता। उन्होंने कहा कि आतंकवाद से निपटने के भारत के नए तरीके के कारण पाकिस्तान में अस्पष्टता और अनिश्चितता पैदा हो गई है। उन्होंने कहा कि भारत आतंकवाद का सख्ती से सामना करेगा। जनरल रावत ने कहा कि आंतरिक समस्याओं, अर्थव्यवस्था के ढहने, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग होने और आम नागरिकों एवं सेना के बीच खराब संबंधों के बावजूद पाकिस्तान लगातार यह दिखाता रहेगा कि कश्मीर उसका अधूरा एजेंडा है।