छत्तीसगढ़रायगढ़

गिरदावरी कार्य निर्धारित समय में पूरा करें-कलेक्टर भीम सिंह

कार्य में लापरवाही और अनुपस्थित अधिकारियों-कर्मचारियों के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश
जिले में बनेंगे आधुनिक मॉॅडल आदिवासी छात्रावास
टीएल (समय-सीमा) की बैठक संपन्न

रायगढ़। कलेक्टर भीम सिंह ने आज कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में टीएल (समय-सीमा) की बैठक लेकर समस्त जिला स्तरीय शासकीय विभागों के साप्ताहिक प्रगति कार्यों की समीक्षा की और जिले में चल रहे गिरदावरी कार्य को निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने अलग-अलग विभागों के अधिकारियों द्वारा की गई गिरदावरी जांच की जानकारी ली। जिले का गिरदावरी कार्य लगभग 80 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। कलेक्टर  सिंह ने गिरदावरी की जांच कर रहे अधिकारियों को निर्देशित किया कि सौपे गये जांच कार्य का प्रतिवेदन निर्धारित प्रपत्र में भरकर प्रतिदिन जमा करवायें और रिमार्क कॉलम में जांच के दौरान जो कमी या अच्छा कार्य पाये गये हैं उसका उल्लेख अवश्य करें। उन्होंने बताया कि गिरदावरी का कार्य 20 सितम्बर 2020 तक हर हालत में पूर्ण करना है और 21 सितम्बर को प्रत्येक गांव के पंचायत भवन में इसका विवरण प्रकाशित कर चस्पा किया जाना है जिससे संबंधित किसान उसका अवलोकन कर सकेंगे और 28 सितम्बर 2020 तक अपना दावा-आपत्ति प्रस्तुत कर सकेंगे।

दावा-आपत्ति का निराकरण राजस्व अधिकारियों द्वारा 7 अक्टूबर 2020 तक किया जावेगा तथा 14 अक्टूबर को इसका विवरण सॉफ्टवेयर में अपलोड कर दिया जायेगा। उन्होंने प्रत्येक गांव में किसानों को मुनादी करके गिरदावरी कार्यों की दावा-आपत्ति प्रस्तुत करने की सूचना देने के निर्देश दिये। कलेक्टर  सिंह ने गिरदावरी कार्य में लापरवाही करने अथवा कार्य से अनुपस्थित रहने वाले पटवारियों तथा नायब तहसीलदारों को नोटिस जारी करने और उनके वेतन रोकने के निर्देश दिये।


कलेक्टर सिंह ने जिले में कोरोना संक्रमण की वृद्धि पर चिन्ता व्यक्त करते हुये समस्त विभागीय कार्यालय प्रमुखों तथा वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से एसडीएम तथा तहसीलदार एवं जनपद सीईओ को अपने-अपने कार्यालयों में कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु जारी गाईड लाइन का पालन करने और अधीनस्थ कर्मचारियों से भी पालन कराने के निर्देश दिये ताकि शासकीय विभाग के अधिकारी-कर्मचारी अपने आपको सुरक्षित रखते हुये कार्य कर सकेंगे और अपने परिवार जनों को भी सुरक्षित रखेंगे।
उन्होंने सभी जनपद सीईओ को वेवेक्स (वीडियो कालिंग)के माध्यम से बैठक आयोजित करने तथा निर्देश देने को कहा, कलेक्टर  सिंह ने मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी को प्रत्येक गांव में 5-5 प्रमुख स्थानों पर वाल रायटिंग (दीवार लेखन)के माध्यम से कोरोना महामारी से बचाव की गाइड लाइन, मास्क की अनिवार्यता तथा सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने संबंधी जानकारी प्रदर्शित करने के निर्देश दिये।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में भी मास्क न पहनने तथा समूह में बैठक करने वाले व्यक्तियों पर जुर्माना वसूलने के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने कोरोना संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुये खरसिया में 250 बेड अस्पताल की सभी आवश्यक व्यवस्था करने को कहा जिससे उस क्षेत्र के मरीजों को वही रखकर इलाज किया जा सकेगा। उन्होंने कोरोना महामारी की जांच हेतु सेंपल देने वाले व्यक्ति का पूरा पता फार्म में लिखने के निर्देश दिये जिससे पॉजिटिव पाये जाने पर तत्काल पता साजी कर संक्रमित व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाया जा सकेगा। कलेक्टर  सिंह नेे कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव हेतु आयुर्वेदिक काढ़ा तथा वन विभाग द्वारा निर्मित चूर्ण का सेवन करने को कहा इससे प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है।
कलेक्टर सिंह ने कृषि विभाग के उप संचालक को निर्देशित किया कि 30 अगस्त तक गोठानों में क्रय किये गोबर को वर्मी कम्पोस्ट पिट में डालने और वर्मी कम्पोस्ट के लिये पैकेजिंग और मार्केटिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करें और जिन गोठानों में अधिक गोबर प्राप्त हो रहा है वहां आवश्यकता के अनुसार अतिरिक्त पिट का निर्माण कराये जाने के निर्देश दिये। साथ ही जिन गोठानों में कम गोबर  प्राप्त हो रहा है वहां के गोबर विक्रेता पशुपालकों और किसानों के साथ बैठक कर उन्हें प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। कलेक्टर सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में हुये नुकसान का सर्वे शीघ्र पूरा करने को कहा।
पुसौर, बरमकेला और सारंगढ़ के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के पुनर्वास हेतु बांस, बल्ली की आवश्यकता का आंकलन कर वन विभाग के माध्यम से उपलब्ध कराने को कहा और बाढ़ से जिन किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है और उन किसानों ने फसल बीमा कराया हुआ है उन्हें बतावें कि फसल की 90 प्रतिशत राशि का भुगतान बीमा कंपनी करेगी और जिन्होंने फसल बीमा नहीं कराया है वे अपने खेतों में कम अवधि में तैयार होने वाले धान की फसल लगा सकते है। कलेक्टर सिंह ने जिले में गोढ़ी और छाल में निर्मित होने वाले आदिवासी छात्रावास को मॉडल के रूप में तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने शीघ्र ही इन छात्रावासों का निरीक्षण करने को कहा।
कलेक्टर सिंह ने जिला शिक्षा अधिकारी को ऑनलाइन शिक्षा उपलबध कराने के लिये अधिक से अधिक छात्रों को इस सुविधा से जोडऩे के निर्देश दिये। साथ ही जो छात्र ऑनलाइन नहीं जुड़े है उनके लिये वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिये जिससे सभी छात्रों को शिक्षा मिलती रहे। उन्होंने अंग्रेजी माध्यम स्कूल के लिये सभी आधुनिक सुविधायुक्त लैब तथा आगामी आवश्यकता के अनुरूप पुस्तकों का चयन कर पुस्तकालय तैयार कराने को कहा।
कलेक्टर सिंह ने बैठक के दौरान किसान क्रेडिट कार्ड, किसानों को ऋण वितरण तथा हेण्डपंपों के समीप शॉक पिट एवं रिचार्ज पिट निर्माण के प्रगति की भी समीक्षा की।  उन्होंने निर्धारित समय-विवरण के अनुसार व्यक्तिगत वन अधिकार पट्टा के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। समय-सीमा की बैठक में एडीएम  राजेन्द्र कटारा, जिला पंचायत सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, अपर कलेक्टर  आर.ए.कुरूवंशी, निगम आयुक्त  आशुतोष पाण्डेय सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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