पीएम मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस को दिखाई झंडी, नादप्रभु केम्पेगौड़ा की मूर्ति का किया अनावरण…

केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 का भी किया उद्घाटन
बेंगलुरु। प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को दक्षिण भारत के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने बेंगलुरु में वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके अलावा उन्होंने केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 का भी उद्घाटन किया और नादप्रभु केम्पेगौड़ा की मूर्ति का अनावरण किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दक्षिण भारत के चार राज्यों की दो दिवसीय यात्रा के लिए बेंगलुरु पहुंचे। पीएम के बेंगलुरु एयरपोर्ट पहुंचते ही राज्यपाल थावरचंद गहलोत, सीएम बसवराज बोम्मई, केंद्रीय मंत्री और भाजपा के धारवाड़ के सांसद प्रल्हाद जोशी ने उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरू पहुंचते ही वहां के विधान सौध में संत कवि कनकदास और महर्षि वाल्मीकि की मूर्तियों पर पुष्पांजलि अर्पित की। पीएम मोदी ने बेंगलुरु में देश की 5वीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह ट्रेन चेन्नई-बेंगलुरु-मैसूर रूट पर चलेगी। पीएम मोदी ने बेंगलुरु के केएसआर रेलवे स्टेशन पर भारत गौरव काशी दर्शन ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई। कर्नाटक भारत गौरव योजना के तहत इस ट्रेन को चलाने वाला पहला राज्य है, जिसमें कर्नाटक सरकार और रेल मंत्रालय मिलकर कर्नाटक से तीर्थयात्रियों को काशी भेजने के लिए काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन करने के बाद बेंगलुरु में केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 2 का उद्घाटन किया।
पीएम अपने दो दिनों के दौरे पर चारों राज्यों को 25 हजार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात देने वाले हैं। बता दें कि भाजपा लंबे समय से दक्षिण भारत में अपने पैर जमाने की कोशिश कर रही है, पीएम का यह दौरा उसी का एक पहलू माना जा रहा है।

नादप्रभु केम्पेगौड़ा की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया
प्रधानमंत्री मोदी ने बेंगलुरु में नादप्रभु केम्पेगौड़ा की 108 फीट की कांस्य प्रतिमा का अनावरण किया। इस प्रतिमा को समृद्धि की मूर्ति भी कहा जाता है। केम्पेगौड़ा को बेंगलुरु का का संस्थापक कहा जाता है। केंपेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लगाई गई ये प्रतिमा 108 फीट ऊंची है। प्रसिद्ध मूर्तिकार और पद्म भूषण से सम्मानित राम वनजी सुतार ने डिजाइन किया है। बता दें कि सुतार ने ही गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा को डिजाइन किया था। केम्पेगोड़ा की प्रतिमा का वजन 218 टन है। प्रतिमा में 98 टन कांस्य और 120 टन स्टील का प्रयोग किया गया है। प्रतिमा की तलवार का वजन ही 4 टन है। कहा जा रहा है कि किसी शहर के संस्थापक की ये सबसे ऊंची प्रतिमा है।




