निकलगी भव्य कलश यात्रा-
प्रमुख आचार्य ने बताया कि प्रथम दिवस हरेली अमावस्या दिनांक 28 जुलाई दिन गुरूवार का दोपहर 2.00 बजे शहर के मार्ग से होते हुए भव्य कलश यात्रा निकाली जाएगी जिसमें श्रद्धालुगण माता व बहनें बड़े उत्साह के साथ भाग लेगें व रात्रि 8 बजे मनोकामना अखण्ड ज्योति श्रद्धालुगण द्वारा प्रज्जवलित किया जाएगा
द्वितीय दिवस 29 जुलाई दिन शुक्रवार श्री गुरूचरण पादुका पूजन के साथ श्री शनि मंत्र का जाप आचार्य व पंडितो द्वारा किया जावेगा श्री शनिदेव जी का रुद्राभिषेक (सरसो तेल से) श्रद्धालुगण द्वारा किया जावेगा । तृतीय दिवस दिनांक 30 जुलाई दिन शनिवार प्रातः 8.00 बजे से 11.30 बजे
तक (विश्वशांति महायज्ञ हवन पूजन) 12.00 बजे पूर्णाहुति होगी इसके पश्चात् 12 से 3 बजे तक महाप्रसाद वितरण (भंडारा)
रात्रि 8.00 बजे भजन कीर्तिन की विशेष धूम रहेगी । चतुर्थ दिवस 31 जुलाई प्रातः 7.00 बजे विर्सजन 10 बजे द्ररिद्रनारायण भोज के साथ श्री शनिदेव रूद्राभिषेक महोत्सव का समापन होगा ।
द्वितीय दिवस 29 जुलाई दिन शुक्रवार श्री गुरूचरण पादुका पूजन के साथ श्री शनि मंत्र का जाप आचार्य व पंडितो द्वारा किया जावेगा श्री शनिदेव जी का रुद्राभिषेक (सरसो तेल से) श्रद्धालुगण द्वारा किया जावेगा । तृतीय दिवस दिनांक 30 जुलाई दिन शनिवार प्रातः 8.00 बजे से 11.30 बजे
तक (विश्वशांति महायज्ञ हवन पूजन) 12.00 बजे पूर्णाहुति होगी इसके पश्चात् 12 से 3 बजे तक महाप्रसाद वितरण (भंडारा)
रात्रि 8.00 बजे भजन कीर्तिन की विशेष धूम रहेगी । चतुर्थ दिवस 31 जुलाई प्रातः 7.00 बजे विर्सजन 10 बजे द्ररिद्रनारायण भोज के साथ श्री शनिदेव रूद्राभिषेक महोत्सव का समापन होगा ।
श्रद्धालुगण में है उत्साह
रियासत कालीन सिद्ध पीठ श्री शनिदेव मंदिर में हरेली अमावस्या को आयोजित हो रहे रूद्राभिषेक महोत्सव में शहर
के श्रद्धालुगण में अधिक उत्साह नजर आ रहा है । वही महोत्सव में सम्मलित होने उस दिन दूर-दूर से धर्मपरायण
श्रद्धालुगण सनातन धर्म के अनुसार शनिग्रह शांति के लिए दर्शनार्थ श्री शनिदेव मंदिर पहुँचेगे व पूजा अर्चना कर व दर्शन कर हवन विभूति मस्तक पर लगाकर शान्ति प्राप्त करते है