तेजी से तैयार हो रहे हैं कोविड केयर सेंटर्स
मेडिकल उपकरण और मैनपावर की उपलब्धता पर भी है विशेष ध्यान
रायगढ़। कलेक्टर भीम सिंह कोरोना संकट के बीच जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिये सतत् रूप से प्रयासरत है। वे निरंतर समीक्षा बैठक और अस्पतालों के निरीक्षण कर कमियों को दूर करने तथा आवश्यक तैयारियों को समय से पूरे करने के निर्देश दे रहे हैं।
जिसके फलस्वरूप कोविड केयर अस्पताल तैयार करना, चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता, मोबाईल मेडिकल यूनिट व स्टाफ की कमी दूर करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य बड़ी तेजी से हो रहा है।
कलेक्टर सिंह कहते हैं कि हम अपने स्तर पर कोरोना संक्रमण के इलाज व रोकथाम के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लोगों से आग्रह है कि शासन-प्रशासन से जारी दिशा-निर्देशों का गम्भीरता से पालन करें, जिससे शीघ्र इस समस्या से निजात मिल सके।
कोविड केयर सेंटर्स की तैयारी
कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के बीच उनके इलाज के लिए युद्ध स्तर पर कोविड केयर सेंटर तैयार किये जा रहे हैं। विगत तीन माह में ही 200 बिस्तर का मेडिकल कालेज भवन में, 200 बिस्तर का सीजीएम कालेज भवन सारंगढ़ में तथा 400 बिस्तर का कोविड केयर सेन्टर केआईटी कालेज में तैयार किया गया है। साथ ही पूंजीपथरा क्षेत्र के जिंदल इण्डस्ट्रीयल पार्क स्थित इकाई में 200 बेड का अस्पताल तैयार करने का कार्य चल रहा है। केआईटी परिसर के अस्पताल में अतिरिक्त 200 बिस्तर की वृद्धि की जा रही है।
जल्द पहचान, जल्द निदान
कोरोना की जल्द पहचान के लिये हाईरिस्क तथा गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों की पहचान करने पूरे रायगढ़ शहरी क्षेत्र के 48 वार्डो में कोरोना जांच अभियान चलाया गया। इसके लिये कार्ययोजना बनाते हुये 17 अगस्त से 22 अगस्त के बीच जब शहर को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था, वार्डवार कैम्प लगाकर कोरोना के सैंपल लिये गये। इस हेतु एक दिन पहले ही उन वार्डो में सर्वे का कार्य भी किया गया, जिससे हाई रिस्क वाले लोगों का चिन्हांकन समय से हो सके और वे अगले दिन सैंपलिंग से ना छूटे। सात दिनों में कुल 2499 सैंपल रायगढ़ शहर से लिये गये। जिसके साथ ही चिन्हांकित हाईरिस्क वाले लोगों की काऊसिलिंग भी की गई, ताकि किसी भी प्रकार के लक्षण या स्वास्थ्यगत समस्या होने पर संबंधित व्यक्ति आवश्यक प्रोटोकाल का पालन करते हुये स्वास्थ्य विभाग को सूचना दे।
स्वास्थ्य केन्द्रों का नियमित निरीक्षण
कलेक्टर भीम सिंह जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिये अपने फील्ड विजिट के दौरान अनिवार्य रूप से अस्पतालों और स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। इस दौरान मरीजों से सीधा संवाद कर इलाज और अन्य सुविधाओं के विषय मे प्रत्यक्ष फीडबैक भी ले रहे हैं। जहां कमियां मिल रही है उसे सुधारने व मरीजों के फीडबैक के अनुसार अच्छी स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दे रहे है। कलेक्टर सिंह के निर्देश पर कोरोना संकट के बीच सुरक्षित संस्थागत प्रसव, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है।
मेडिकल उपकरणों व मेनपावर का समुचित प्रबंध
विभिन्न अस्पतालों में जरूरी मेडिकल उपकरण मुहैया करवाये जा रहे हैं। खरसिया व धरमजयगढ़ के सिविल अस्पतालों के लिये एक्स-रे मशीन स्वीकृत की गई है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में सुधार कार्यो के लिये 10 लाख रुपये जारी किये गये है। इसके अतिरिक्त मेडिकल कालेज को भी कोविड की जांच व उपचार से जुड़ी सामग्री क्रय करने हेतु राशि दी गई है। कोरोना संकट के बीच हेल्थ प्रोफेशनर की कमी को दूर करने के लिये 41 पदों में भर्ती प्रक्रियाधीन है। साथ ही आवश्यकता पडऩे पर निजी क्षेत्र के डॉक्टरों व अस्पताल संचालकों से समन्वय कर उनकी सेवायें लेने की तैयारी भी की गई है।
मोबाईल मेडिकल यूनिट की सौगात
जिले के 5 विकासखण्डों तमनार, घरघोड़ा, लैलूंगा, धरमजयगढ़ व खरसिया में लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच और बेहतर करने मोबाईल मेडिकल यूनिट प्रदान किये गये। जिससे दूरस्थ अंचल के मरीजों को आसानी से अस्पताल लाया ले जाया जा सकेगा।
स्वास्थ्यगत अन्य समस्याओं पर विशेष ध्यान
कलेक्टर सिंह द्वारा नियमित रूप से बैठक लेकर कोविड से जुड़े जिले में कोविड की समीक्षा तो की ही जा रही है साथ ही बारिश के समय को देखते हुये मौसमी तथा अन्य बीमारियों के बचाव के लिये भी स्वास्थ्य अमले को पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिये है। इसी क्रम में रायगढ़ जिले में डेंगू से बचाव हेतु जनजागरूकता कार्यक्रम व जरूरी तैयारियां स्वास्थ्य विभाग व निगम प्रशासन द्वारा किया जा रहा है।