
खरसिया। ग्राम दर्रामुड़ा में चल रही सात दिवसीय श्री शिवमहापुराण कथा में आज श्रद्धा और भक्ति का एक विशेष दृश्य देखने को मिला, जब खरसिया विधायक उमेश पटेल स्वयं कथा श्रवण हेतु पधारे। उनकी उपस्थिति ने न केवल आयोजन की गरिमा को बढ़ाया,बल्कि यह भी दर्शाया कि वे धर्म और संस्कृति के प्रति कितने संवेदनशील एवं जुड़ाव रखने वाले जनप्रतिनिधि हैं।
जनसेवा के साथ-साथ आध्यात्मिक मूल्यों में भी गहरी आस्था रखने वाले खरसिया के लोकप्रिय विधायक उमेश पटेल ग्राम दर्रामुड़ा में चल रहे श्री शिवमहापुराण कथा महोत्सव के सप्तम दिवस पर उनकी गरिमामयी उपस्थिति ने समस्त श्रद्धालुओं के मन को अभिभूत कर दिया।
स्वर्गीय श्री मती जमुना बाई पटैल की पुण्य स्मृति में आयोजित इस कथा में खरसिया विधायक ने न केवल व्यासपीठ पर विराजित पंडित दीपककृष्ण महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया, बल्कि पूरे मनोयोग से भगवान शिव की महिमा का श्रवण कर धर्मप्रेमी जनता के मध्य आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार भी किया।

हर-हर महादेव और राधे-राधे के जयकारों से गूंजते वातावरण में उमेश पटेल ने अपने भावपूर्ण उद्बोधन में कहा कि “जहां भगवान की कथा होती है, वहां का कण-कण तीर्थ बन जाता है। ऐसे आयोजनों से समाज में सद्भाव, एकता और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।” उन्होंने विशेष रूप से युवा वर्ग की सहभागिता की सराहना करते हुए इसे सांस्कृतिक चेतना का जाग्रत रूप बताया।

इस अवसर पर विधायक उमेश पटेल की उपस्थिति मात्र एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि यह उनके अंतर्मन में बसती श्रद्धा और संस्कृति के प्रति सम्मान का प्रतीक बनी। उन्होंने आयोजन समिति और ग्रामवासियों को इस धार्मिक सेवा हेतु साधुवाद देते हुए कहा कि वह भविष्य में भी ऐसे आयोजनों से जुड़कर धर्म और सेवा के मार्ग पर चलते रहना चाहते हैं।
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ग्राम दर्रामुड़ा की श्री शिवमहापुराण कथा न केवल एक धार्मिक आयोजन रही, बल्कि विधायक उमेश पटेल जैसे जनप्रतिनिधि की आध्यात्मिक प्रतिबद्धता का साक्ष्य भी बनी, जिसने इस आयोजन को एक सांस्कृतिक और भावनात्मक ऊंचाई प्रदान की। यह प्रसंग दर्रामुड़ा ग्राम के इतिहास में एक प्रेरणादायक अध्याय के रूप में सदैव स्मरणीय रहेगा।




