रायगढ़ । पंचायत प्रशिक्षण संस्थान रायगढ़ में समस्त जनपद पंचायतों के द्वारा चिन्हांकित नरवा सूची की समीक्षा की गई। जिले में 330 नरवा चिन्हांकित किये गये है। सभी नरवा की लम्बाई एवं जलग्रहण क्षेत्र में उपचार किये जाने वाले संरचनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
ऊपरी क्षेत्र जहां भूमि क्षरण की संभावना ज्यादा होती है स्लोप के अनुसार वनीकरण, पैच वनीकरण, ब्रशवुड चेक, कंटुर वंडीग/चेकिंग, बोल्डर वंडीग/चेक के प्रावधान किये जाने हेतु सामूहिक चर्चा की गई। द्वितीय एवं थर्ड आर्डर में ब्रोवियन, अंडर ग्राउण्ड, गली प्लग, डाईक एवं चौथे आर्डर में तालाब निर्माण, तालाब गहरीकरण, परकोलेशन टैंक, 30&40 माडल, वनीकरण, ब्लाक/रोड साइड/स्ट्रीम लाईन प्लाटेशन का प्रावधान किये जाने हेतु संरचनाओं की उपयोगिता व महत्व को बताया गया है।
नरवा विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन हेतु टोपो शीट मैप, चार्ट प्लेन तथा कोस्टल मेप से मिलान करने एवं नरवा का ट्रानशिट वाक कर क्षेत्र उपचार हेतु निर्देशित किया गया।
समीक्षा बैठक में कार्यपालन अभियंता सहायक परियोजना अधिकारी, सभी जनपद पंचायतों के अनुविभागीय अधिकारी एवं तकनीकी सहायक, वन विभाग के आईसीआरजी टीम, कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित थ। उक्त मिटिंग में जिले के नरवा नोडल श्री आशुतोष श्रीवास्तव (तक. सम. मनरेगा)द्वारा विस्तृत जानकारी प्रदाय की गई।