रायगढ़. मंगलवार को कलेक्टर रायगढ़ की अध्यक्षता में हाथियों की सुरक्षा के लिए जिलाध्यक्ष कार्यालय में जिला स्तरीय वन्यप्राणी सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गयी। उक्त बैठक में मुख्यतः वन्यप्राणियों की सुरक्षा के संबंध में चर्चा किया गया तथा वन्यप्राणियों की विद्युत करंट के माध्यम से अवैध शिकार होने की घटना की रोकथाम, जिला स्तरीय विभागों में समन्वय स्थापित करना, क्षतिपूर्ति के प्रकरणों को त्वरित निराकरण करना, ग्रामीणों में मानव-हाथी द्वंद के कारण एवं अपनाये जाने वाले उपायो के बारे में जनजागरूकता, प्रशिक्षण, वन क्षेत्रों में गुजरने वाले विद्युत तारों की दुरूस्तीकरण, अवैध कनेक्शन, हुकिंग के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
जिसमें कलेक्टर द्वारा विद्युत विभाग एवं वन विभाग के मैदानी अमले को संयुक्त रूप से विद्युत लाईन की सर्वे का कार्य करें साथ ही अवैध शिकार की घटनाओं में कमी लाने के लिए जन सहभागिता से करने के लिए सुझाव दिए गए। वर्तमान ग्रीष्मऋतु को दृष्टिगत रखते हुए कलेक्टर द्वारा वनों को अग्नि से सुरक्षा के लिए तैयारी पूर्ण करने तथा ग्राम पंचायत स्तर पर ग्रामीणों को वनों को सुरक्षित रखने संबंधी प्रचार-प्रसार किए जाने के निर्देश दिए गए। साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य 65 वनोपज की खरीदी को प्रोत्साहन करने तथा स्व सहायता समूहों की महिलाओं को अधिक से अधिक रोजगार प्रदान करने तथा तेन्दूपत्ता बोनस राशि को संग्राहकों के खाते में डी.बी.टी. के तहत भुगतान करने के निर्देश दिये गये।
उक्त बैठक में जिला पंचायत सीईओ अविनाश मिश्रा, वन मंडलाधिकारी सुश्री स्टायलो मण्डावी, संयुक्त कलेक्टर भरत राम धु्रव, उप पुलिस अधीक्षक बेनिदिक्त मिंज, बिजली विभाग के ईई गुंजन शर्मा, एस.के. साहू, उप वन मंडलाधिकारी एम.एम. मिश्रा, घरघोड़ा उपवनमण्डलाधिकारी मनोज कुमार विश्वकर्मा, उपवनमण्डलाधिकारी धरमजयगढ़ बालगोविन्द साहू के साथ ही वनविभाग के समस्त वनपरिक्षेत्राधिकारी उपस्थित रहे।