मंत्री टीएस सिंहदेव बोले- पांच पीढ़ियों से हम कांग्रेसी… अगर मेरे भरोसे बीजेपी आगे बढ़ रही है तो वे बहुत निराश होंगे
डीजल पेट्रोल के मुद्दे पर नागरिकों को गुमराह कर रही बीजेपी..
उन्होंने कहा की पार्टी में गुटबाजी जीतनी कम हो उतना ही अच्छा होगा पार्टी के लिए.. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अगर मेरे भरोसे बीजेपी आगे बढ़ रही है तो वे बहुत निराश होंगे। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार देश के नागरिकों को गुमराह कर रही है डीजल पेट्रोल के मुद्दे पर बीजेपी आम लोगों को गुमराह कर रही है, पेट्रोलियम पदार्थों पर तीन तरह के टैक्स हैं। केन्द्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी, सेस होता है, तीसरा टैक्स वैट होता है तो राज्य सरकार लगाती है। एक्साइज पर 42 फीसदी हिस्सा राज्य सरकारों को मिलता है, केंद्र ने उसे ही कम किया है। अब राज्य सरकारों को वैट कम करने की सलाह दी जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने पत्रकार वार्ता में एक सवाल पर कहा, मेरे परिवार की पांच पीढ़ी कांग्रेस के साथ दिलो दिमाग से जुड़ी रही है हम लोग राज परिवार के सदस्य कहलाते हैं इसी कांग्रेस ने हमारा राजपाट ले लिया, हम भूमि स्वामी थे इसी कांग्रेस ने सीलिंग का कानून लाया, मैं तेंदू पत्ता का व्यवसायी था खरसिया उपचुनाव में अर्जुन सिंह जी ने घोषणा की की इसका राष्ट्रीकरण हो गया। इतना सब होने के बाद भी हम कांग्रेस में हैं तो आज एक बात के लिए हम कांग्रेस को छोड़ेंगें…ऐसा नहीं हो सकता। ये तो दो दिन का खेला है।
पत्रकारों से चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने डॉक्टरों द्वारा निजी पै्रक्ट्रिस के मामले में सरकार की मजबूरी बताई, जिसमें डॉक्टरों की कमी के चलते निजी पै्रक्ट्रिस करने वाले डॉक्टरों पर कड़ाई नहीं होना बताया और जल्द ही इस मामले में नियम बनाए जाएंगे। इससे पहले उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि राज्य सरकार जीएसटी व शेष जैसे टैक्स के मामले में लगातार बढ़ोतरी कर रहा है लेकिन केन्द्र आज भी अपने बनाए गए नियमों को राज्य सरकारों पर थोप रहा है।
उन्होंने नरेगा पंचायती राज संबंधी मामले में भी अपनी बातें रखी। उसके बाद रायगढ़ मेडिकल कालेज भवन पर भी अपनी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अपने अल्टीमेटम में 15 दिनों का समय कालेज सुप्रिटेंडेन व मेडिकल कॉलेज डीन को देने की बात कही। एक अन्य प्रश्न के जवाब में टीएस सिंहदेव ने कहा कि हसदेव जंगलों की कटाई को लेकर वे खुद संतुष्ट नही है लेकिन कोयले की कमी को दूर करने के लिए इस पर रोक लगाने के लिए भी कोई सरकार आगे नहीं आएगी।
अफवाहों को दरकिनार करते हुए उनका कहना था कि हाई कमान के दिशा निर्देश पर वे काम कर रहे हैं साथ ही साथ छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव को देखते हुए कराए जाने वाले विधायकों की जीत की संभावनाओं के सर्वे पर भी एक स्वाभाविक निरंतर चलने वाली प्रक्रिया है।