अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बोले- जीवन का हिस्सा बनाएँ अष्टांग योग
छत्तीसगढ़ (छत्तीसगढ़) के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (भूपेश बघेल) ने आज आंतरिक योग दिवस पर अपने रायपुर स्थित निवास में प्रात: योग की अलग-अलग मुद्राओं का अभ्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने राज्य के लोगों को योग दिवस की जीत और शुभकामनाएं दीं कि योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की अपील की जाए।
लोगों को बताए योग के नियम
मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा कि योग (योग) भारत की बहुत प्राचीन परंपराओं में से एक है, जिसे हम अष्टांग योग (अष्टांग योग) के रूप में भी जानते हैं। यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान और समाधि ये आठ भाग अष्टांग योग के हैं। आसन इन सबका जोड़ है लेकिन यम और नियम पर विशेष जोर देने की जरूरत है, केवल अष्टांग योग का लाभ जीवन में चक्की है।
उन्होंने कहा, “मैं सभी सहयोगियों से निवेदन और अनुरोध करना चाहता हूं कि योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। कुछ समय अपने लिए तनाव, जिसमें आप यम, नियम, आसन और प्राणायाम का पालन करें। ”
इस वर्ष डिजिटल प्लेटफॉर्म पर योगाभ्यास
बता दें कि संयुक्त राष्ट्र संघ (UN) के आवाहन पर हर साल 21 जून को पूरी दुनिया में योग दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष कोरोनावायरस संक्रमण (कोरोनावायरस) को देखते हुए छठवें आंतरिक योग दिवस (अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस) पर सामूहिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जा रहा है। इसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मनाया जा रहा है।