आमंत्रित वक्ताओं ने सुनाई संतसंग की महिमा
ग्रामीण अंचल में श्रद्धा और भक्ति का माहौल बनाकर लोगो को सद्भावना का संदेश देने के उद्देश्य से ब्रजेश्वरी सतसंग मंडली घानातराई के संचालक सेवानिवृत व्याख्याता खगेश्वर पटेल द्वारा विभन्न अंचल से विद्वान प्रवक्ता एवं अध्यात्मिक कथावाचकों को आमंत्रित कर विगत 22 फरवरी को भजन सतसंग का समायोजन ग्राम घानातराई में किया गया । प्रतिवर्ष आयोजिति होने वाले अध्यात्मिक आयोजन में प्रवक्ता भोजराम पटेल व्याख्याता (तारापुर) रमनदास महाणा हेमसुंदर प्रधान पुसौर जगतदास (बनसिया) एवं से.नि. कृषि अधिकारी छबि लाल पटेल एवं भागवत गायन हेतु श्रीमती रीना भोय ग्राम उमरिया आमंत्रित प्रवक्ता थे। कथावाचन करते हुए प्रवक्ता भोजराम पटेल ने कलियुग मे भगवन्नाम को ही मानव जीवन के उद्धार और सद्गति का आचार बताते हुए कहा कि “कलियुग केवल नाम अधारा – सुमिरी सुमिरी भव उतरही पारा ॥”
कलि रूपी भव सागर से पार होना है तो सबसे सरल उपाय भगवान का नाम ही है। इसी प्रकार अन्य वक्ताओं ने भी भागवत, रामायण एवं विभिन्न धर्मग्रंथों का उद्धरण देते हुए श्रद्धालु जनों को ज्ञान भक्ति और सतसंग की महिमा का बखान कर कृतार्थ किया।
सतसंग समारोह में प्रातः09 बजे से टंकधर पण्डा ग्राम बड़े हरदी द्वारा हवन पूजन का कार्य कराया गया तत्पश्चात कथा प्रवचन का कार्यक्रम संपादित किया गया जिसमें सभी आमंत्रित प्रवक्ताओं को ईश्वरीय महिमा, नाम महात्म्य, धर्म, अध्यात्म, सत्संग एवं जीवन मूल्यों पर प्रेरक उद्बोधन के लिए समय प्रदान कर उपस्थित श्रद्धालु जनों को भगवत कथा रूपी अमृत वर्षा से तृप्त करने हेतु अवसर दिया गया सभी प्रवक्ताओं ने अपने अपने अनुभव बांटते हुए विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया तथा उपस्थित श्रोताओं को मुग्ध किया गया । कथा वाचन के समापन होने के बाद सायंकाल 04 बजे सभी आमंत्रित अतिथि वक्ताओं एवं श्रद्धालुओं को आयोजक खगेश्वर पटेल एवं उनके परिवार कीओर से भोजन प्रसाद की व्यवस्था गई।