छत्तीसगढ़

निर्माण कार्यों में गुणवत्ता का पालन किया जाएं : मंत्री सिंहदेव

कांकेर । पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने आज जिला पंचायत के सभा कक्ष में अधिकारियों की बैठक लेकर ग्रामीण विकास से संबंधित कार्यों में प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी निर्माण कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय-सीमा के भीतर पूर्ण करने के लिए निर्देशित किया। प्रधानमंत्री सड़क निर्माण में प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएं। उनके द्वारा बारिश के पहले सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण करने के लिए भी निर्देशित किया गया। नरवा कार्य की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि नरवा का कार्य परिणाममूलक होना चाहिए तथा इसका आंकलन भी समय-समय पर किया जाना चाहिए। नरवा के कार्य से जमीन का जल स्तर बढ़े और ग्रामीणों को सिंचाई सुविधा का भी लाभ मिले।

जिला पंचायत के सीईओ सुमीत अग्रवाल ने उन्हें जानकारी देते हुए बताया कि कांकेर जिले में प्रथम चरण में 64 नरवा में 2466 कार्य लिये गये थे, जिसमें से 2465 कार्य पूरे किये जा चुके हैं। इसी प्रकार द्वितीय चरण में 42 नालों में 479 कार्य स्वीकृत किये गये हैं, जिनमें से 188 पूर्ण हो चुके हैं तथा शेश कार्य प्रगति पर है। मंत्री सिंहदेव ने राश्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) अंतर्गत समूह का गठन एवं उन्हें चक्रीय निधि प्रदान करते हुए कहा कि हितग्राहीमूलक योजना से आजीविका संवर्धन होनी चाहिए, इसके क्रियान्वयन में अन्य विभागों से भी सहयोग व मार्गदर्शन लिया जाएं।

पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने महात्मा गांधी राश्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजनांतर्गत संचालित कार्य व मजदूरी भुगतान की समीक्षा करते हुए वन अधिकार मान्यता पत्रधारियों को मनरेगा से अधिक से अधिक लाभान्वित करने के निर्देश दिये। उन्होंने 14वें व 15वें वित्त आयोग की राशि का उपयोग की समीक्षा करते हुए कायर्योजना के अनुसार इसका व्यय सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। मंत्री सिंहदेव ने जिला पंचायत विकास निधि की समीक्षा करते हुए जिला पंचायत व जनपद पंचायत के सभी समितियों का प्रतिमाह अनिवार्य रूप से बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिये। ग्राम पंचायत कार्यालय को भी प्रति कार्य दिवस में खोलने के लिए भी निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत कार्यालय जनता की सुविधाओं के लिए है, अत: प्रत्येक कार्य दिवस में ग्राम पंचायत कार्यालय खोला जाएं, जिसमें सचिव की उपस्थिति भी सुनिश्चित हो।

समीक्षा के दौरान अधिकारियों ने बताया कि कांकेर जिले के सभी 454 ग्राम पंचायतों में प्रति सप्ताह ग्रामीण सचिवालय का आयेजन किया जा रहा है, जिसकी मॉनिटरिंग जिला स्तर एवं ब्लॉक स्तर के अधिकारियों की ओर से की जाती है। सचिवालय में प्राप्त आवेदनों के निराकरण का कलेक्टर की ओर से साप्ताहिक समीक्षा की जाती है। मंत्री सिंहदेव की ओर से इसके लिए जिला प्रशासन की प्रंशसा किया गया। जिला स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए उन्हांने ठोस अपशिश्ट प्रबंधन व सामुदायिक शौचालयों के भौतिक प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने सामुदायिक शौचालयों की साफ-सफाई व रख-रखाव के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।

पंचायत व ग्रामीण विकास मंत्री सिंहदेव की ओर से ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, मुख्यमंत्री समग्र ग्रामीण विकास योजनांतर्गत स्वीकृत निर्माण कार्य, पंचायत संचालनालय की ओर से संचालित योजनाओं इत्यादि की भी विस्तृत समीक्षा किया व अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इस अवसर पर जिला पंचायत के अध्यक्ष हेमंत धु्रव, उपाध्यक्ष हेमनारायण गजबल्ला, गौ-सेवा आयोग के सदस्य नरेन्द्र यादव, पीयूश कोसरे, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष सुभद्रा सलाम, आयुक्त पंचायत व ग्रामीण विकास आर. प्रसन्ना, अपर कलेक्टर एस.पी. वैद्य, जिला पंचायत के मुख्य कायर्पालन अधिकारी सुमीत अग्रवाल सहित पंचायत व ग्रामीण विकास तथा स्वास्थ्य विभाग अधिकारी मौजूद थे।

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