मातृभाषा ही होती है अन्य भाषाओं का आधार



अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाते हुए विद्यालयों में छात्र छात्राओं को मातृभाषा के महत्व एवं उसकी उपयोगिता के बारे में जानकारी दिया गया छात्रों को बताया गया कि मातृभाषा हमारे भाव अभिव्यक्ति की प्रथम सीढ़ी होती है तथा भाषा के बारे में हमें जानकारी मातृभाषा के माध्यम से ही मिलती है।विदित हो कि 21 फरवरी को महाशिवरात्रि का अवकाश होने के कारण शिक्षा विभग्ग द्वारा स्कूलों में 20 जनवरी को ही अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के कार्यक्रम सम्पन्न कराने का निर्देश दिया गया था।शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तारापुर में उच्चाधिकारियों के निर्देश पर निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाते हुए 20 फरवरी को संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें विद्यालय के प्राचार्य सहित वरिष्ठ शिक्षकों की विशेष उपस्थिति रही । इस अवसर पर प्राचार्य वी.सी.पी. कालो द्वारा मातृभाषा के संबंध में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी गई तथा बताया गया कि मातृभाषा के माध्यम से ही हम अन्य भाषा की जानकारी प्राप्त करते है व हम विकास की सीढ़ी चढ़ते हैं।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी भोजराम पटेल ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए बताया कि मातृभाषा का हमारे जीवन में क्या महत्व है और मातृभाषा के साथ-साथ हमें अन्य भाषाओं के प्रति भी प्रेम करना उनका सम्मान करना सीखना चाहिए। कार्यक्रम के अंत एनसीसी ऑफ़िसर व्याख्याता किरण कुमार पटेल द्वारा इस तरह के आयोजनों को विद्यार्थियों के लिए उपयोगी बताते हुए आभार प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम में व्याख्याता पी.के.पटेल, श्रीमती मंजू पटेल श्रीमती संगीता उपाध्याय, नीलम माालाकर, पीटीआई श्रीमती विनीता पाणी, शिक्षक कृष्ण कुमार सिदार, रीता चौहान, आदि की उपस्थिति रही। उक्त जानकारी विद्यालय के शिक्षक रामेश्वर डनसेना द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई है।




