मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों सम्मानित हुई हिर्री की ग्राम्य श्री महिला स्व-सहायता समूह
उत्कृष्ट खाद उत्पादन के लिए मिला अवार्ड
खाद बिक्री कर 10 लाख से अधिक की आय अर्जित कर चुकी है महिलाएं, केचुआ बेचकर भी कमाये 7 लाख रुपए
मिले पैसों से कोई दिलवा रहा बच्चों को अच्छी तालीम, किसी ने बहू के लिए लिया सोना, कुछ ने बनवाया अपना घर तो कुछ ने खरीदी मोटर सायकल
समूह की महिलाएं उद्यमिता की पकड़ चुकी है राह, 15 लाख रुपये की लागत से फ्लाईऐश ईट निर्माण का काम भी करने जा रही है शुरू
रायगढ़, 6 दिसम्बर2021/ रायपुर में आयोजित किसान समिट एवं अवार्ड्स 2021 कार्यक्रम में रायगढ़ जिले के बरमकेला विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम-हिर्री की ग्राम्य श्री महिला स्व-सहायता समूह को मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने सम्मानित किया है। महिला स्व-सहायता समूह को यह अवार्ड उत्कृष्ट खाद उत्पादन श्रेणी में मिला है। समूह की ओर से समूह की अध्यक्ष व सरपंच ग्राम पंचायत हिर्री श्रीमती शारदा मालाकार ने यह अवार्ड प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने महिलाओं को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए आगे सफलता के नये सोपान तय करने के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दी। इस अवसर पर समूह की सचिव ललिता पटेल एवं सदस्य सूकेशी निषाद, कंचनलता चौहान, देवंती चौहान, सेतुकुअर चौहान, भूमिसूता पटेल, मोहिनी पटेल, कस्तूरी निषाद, सावित्री चौहान, लक्ष्मी सिदार, गोपिका मालाकार, केवरा चौहान एवं गोपिका सिदार भी उपस्थित रहे।
रायगढ़ जिले के बरमकेला विकास खण्ड मुख्यालय से लगभग 8 किलोमीटर दूर पर स्थित हिर्री ग्राम पंचायत मे 3 एकड़ क्षेत्र में तैयार कर निर्माण किया गया है। गांव की महिलाओं को प्रेरित कर ग्राम्य श्री महिला स्व-सहायता का निर्माण किया गया है। जिसमें सदस्य के रूप में 14 महिलाएं आपस में जुडकर गोठान पर वर्मी खाद उत्पादन का कार्य प्रारंभ किया गया। पंचायत एवं कृषि विभाग के सतत् मार्गदर्शन और सहयोग तथा ग्राम्य श्री महिला स्व-सहायता समूह की अथक प्रयासों से समूह द्वारा 2667 क्ंिवटल वर्मी खाद का उत्पादन कर उसे बिक्री किया गया, जिससे समूह को 10 लाख 4 हजार 546 रुपये का शुद्ध आय अर्जित हुआ। इससे उत्साहित होकर ग्राम्य श्री महिला स्व-सहायता समूह ने केचुआ संवर्धन का कार्य प्रारंभ किया। जिसमें उनकी मेहनत फिर से रंग लाई और केचुआ संवर्धन के लिए मात्र 600 रूपये प्रारंभिक व्यय किया और 7 लाख 65 हजार रूपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया। नि:संदेह ग्राम्य श्री महिला स्व-सहायता की मेहनत और लगन उन्हे स्वावलंबी बना रही है।
ग्राम्य श्री महिला स्व-सहायता समूह के सदस्यों जो भी लाभ अर्जित किया निश्चित रूप से उनके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक जीवन में बहुत ही महत्व रखता है। समूह के सदस्यों ने अर्जित लाभ का उपयोग अपने और परिवार के उपयोगी कार्यो में निवेश किया है, जिसमें से समूह के चार महिला के सदस्य परिवार के लिए मोटर सायकल क्रय किया। तीन महिला सदस्य ने घर निर्माण में निवेश किया। दो महिला सदस्यों ने गाय खरीदा तथा एक महिला सदस्य ने अपनी बहू के लिए सोने के गहने पर निवेश किया। बाकी सदस्यों ने भी अपने बच्चो के पढ़ाई और परिवार पर निवेश किया है। ग्राम्य श्री महिला स्व-सहायता समूह के 14 सदस्यों ने अपनी एकता का परिचय देते हुए पोस्ट ऑफिस के माध्यम से पैसा का बचत भी कर रही है। समूह के सदस्य ने अपनी आत्मनिर्भरता और स्वावलम्बी गुणों का परिचय देते हुए अपने दूरदर्शिता एवं रणनीति के तहत 15 लाख रूपये की लागत से फ्लाई ऐश ईट प्लाट बनाने का निश्चय किया है जिसके लिए उन्होंने अपनी तैयारी भी पूरी कर ली है और बैंक के माध्यम से ऋण लेकर कार्य प्रारंभ करने जा रहे है। ग्राम्य श्री महिला स्व-सहायता के सदस्य अपने इस सफलता का श्रेय तथा आभार सरकार की गोधन न्याय योजना के साथ-साथ जिला प्रसाशन एवं समस्त ग्रामवासियों को भी दिया है। जिसकी बदौलत उन्होंने यह सफलता हासिल की है।
गोधन न्याय योजना राज्य सरकार की महत्वपूर्ण योजना है। जिसके अंतर्गत गावों में गौठानों का निर्माण किया जा रहा है। जो कि स्थानीय स्तर पर आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित हो रहा है। जहॉ एक ओर गौठानों में पशुधन के उचित देखभाल की व्यवस्था की गई है। वहीं पशुपालक गोबर बेचकर धर्नाजन कर रहे है। साथ ही महिला स्व-सहायता समूह को रोजगार का अवसर मिल रहा है। गोठानों में महिलाएं गाय के गोबर से खाद निर्माण एवं केचुओं का संर्वधन कर रोजगार एवं लाभ प्राप्त कर रही है। जो कि फसलों के लिए अमृततुल्य साबित हो रहा है।
ग्राम पंचायत हिर्री सरपंच श्रीमती शारदा मालाकार ने कहा कि ग्राम्य श्री स्व-सहायता समूह की ओर से उत्कृष्ट गोबर खाद प्रोडक्शन हेतु यह पुरस्कार प्राप्त करते हुए मुझे अत्यंत प्रसन्नता और गर्वानुभूति हो रही है कि सुदूर ग्राम्यांचल हिर्री आज इस मंच पर मुख्यमंत्री के हाथों पुरस्कृत हुआ। सरपंच शारदा मालाकार ने कलेक्टर श्री भीम सिंह, जिला पंचायत सीईओ डॉ.रवि मित्तल, जनपद पंचायत सीईओ, कृषि विभाग के समस्त अधिकारियों एवं ग्राम के समस्त किसानों को हृदय से आभार व्यक्त किया है।