भारत आज अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है और इसी के साथ देश में आज़ादी के अमृत महोत्सव के जश्न की शुरुआत हो गई है.
छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा बढ़ा दी गई है और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में खास सतर्कता बरती जा रही है।
पुलिस ने शनिवार को कहा कि किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के मद्देनजर गश्त बढ़ाने के साथ ही अन्य उपाय किए गए हैं। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी ने कहा कि रविवार को दक्षिणी बस्तर के दूर-दराज के कई गांवों और अभुजमाद में तिरंगा फहराया जाएगा जहां नक्सलियों का प्रभाव माना जाता है।
बस्तर संभाग में सात जिले हैं जिनमें सुकमा, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, कोंडागांव, कांकेर और बस्तर शामिल हैं। सुंदरराज ने से कहा, ” नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में तैनात सुरक्षा बल लगातार गश्त कर रहे हैं।
नक्सलियों द्वारा किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए अंतरराज्यीय एवं अंतर-जिला सीमाओं के साथ ही आंतरिक क्षेत्रों में भी मोबाइल जांच चौकी स्थापित की जा रही हैं।” उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों की तुलना में बस्तर के अंदरुनी क्षेत्रों में नक्सलियों द्वारा काला झंडा फहराए जाने की घटनाओं में खासी कमी आई है।
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रायपुर के परेड मैदान में सुबह नौ बजे राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जहां पिछले साल की तरह कोविड-19 योद्धाओं को सम्मानित किया जाएगा। जनसंपर्क विभाग के अधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राष्ट्रीय ध्वज फहरांएगे और परेड मैदान पर राज्य पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों के जवानों की सलामी लेंगे। उन्होंने कहा कि महामारी प्रोटोकॉल के चलते सादा समारोह ही आयोजित किया जाएगा।