सुप्रीम कोर्ट ने कार्य संचालन के 71 वर्ष किए पूरे, नागरिकों के अधिकारों व स्वतंत्रता की कर रहा रक्षा
सुप्रीम कोर्ट ने बृहस्पतिवार को अपने कार्य संचालन के 71 साल पूरे कर लिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते 2020 में उसे लोगों तक निर्बाध और समयबद्ध तरीके से न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए एक बड़ी और अप्रत्याशित चुनौती का सामना करना पड़ा।
28 जनवरी 1950 को सुप्रीम कोर्ट की पहली बैठक हुई थी। शीर्ष अदालत ने इस अवसर पर आधिकारिक बयान में कहा कि वह सांविधानिक मूल्यों और न्याय के नियमों को बनाए रखते हुए नागरिकों के अधिकारों व स्वतंत्रता की रक्षा कर रहा है।
एक बयान में कोर्ट ने बताया कि कोरोना काल के दौरान 2020 में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उसने 43,713 मामलों की सुनवाई की। 23 मार्च से 31 दिसंबर 2020 तक करीब 9 माह की अवधि के दौरान 1998 पीठ बैठीं ताकि वर्चुअल माध्यम से मामलों की सुनवाई की जा सके। कोर्ट ने वर्ष 2020 में 231 दिनों के लिए कार्य किया।
इसमें 13 दिन छुट्टियों के थे। पिछले तीन वर्षों में औसतन 268 दिनों की तुलना में रजिस्ट्री 271 दिनों तक कामकाज करती रही। इसमें कहा गया है कि तकनीकी बाधाओं और कम कार्यबल जैसी चुनौतियों के बावजूद कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया गया।
यह भी बताया है कि सुप्रीम कोर्ट के 408 अधिकारी/कर्मचारी कोविड-19 से संक्रमित हुए और एक का निधन हो गया। हालांकि, लगभग 99 प्रतिशत पॉजिटिव पाए गए अधिकारियों/कर्मचारियों के केस लक्षण रहित या हल्के लक्षणों वाले थे।